कानपुर(ब्यूरो)। फतेहपुर, घाटमपुर, कोहना और श्याम नगर में मतांतरण का खेल लखनऊ और प्रयागराज से ऑपरेट किया जा रहा है। मामलों की पुलिस जांच में ये सामने आया है। कोहना में पकड़े गए मतांतरण के आरोपियों की जमानत हो गई, हालांकि इनके बैंक खाते खंगालने के बाद प्रयागराज और लखनऊ के कई खातों से रुपये का आना मिला है। इन खातों में विदेशी फंडिंग की बात सामने नहीं आई है लेकिन जिन खातों से आरोपियों के खाते में रुपये आते थे उनकी जांच में विदेशी फंडिंग की बात सामने आई है। लखनऊ और प्रयागराज से तार जुडऩे के बाद से पुलिस के साथ एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं।

आउटर में फैला रहे जाल
अब तक बीच शहर में मतांतरण के मामले सामने आ रहे थे लेकिन हिंदूवादी संगठनों की सक्रियता के चलते आरोपी अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पा रहे थे। इस वजह से मतांतरण से जुड़े लोगों ने सुरक्षित स्थान की तलाश में रूरल एरियाज में अपना जाल फैलाना शुरू कर दिया है। महाराजपुर, बिधनू, चकेरी, नौबस्ता जैसे बाहरी क्षेत्रों में लोगों को मतांतरण के लिए तैयार किया जा रहा है। यहां भी पुलिस ने सुरागरसी शुरू कर दी है।

सीनियर आईएएस के दखल से रुकी जांच
दो दिन पहले स्वरूप नगर में नाबालिग को 50 हजार रुपये और नौकरी का लालच देकर मतांतरण का दबाव बनाने का मामला सामने आया था। मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को हिरासत में भी ले लिया गया था, लेकिन इस मामले में पहले दिन से ही एक सीनियर आईएएस ऑफिसर के दखल के बाद जांच ढीली पड़ गई। देर रात ही तीनों को छोड़ दिया गया। हालांकि पुलिस अभी भी जांच की बात कह रही है लेकिन इस मामले में कोई भी अधिकारी कोई कुछ कहने को तैयार नहीं है। वहीं पॉस्टर्स का एक ग्रुप जेसीपी से मिला और बताया कि बजरंग दल कार्यकर्ता उन्हें परेशान कर रहे हैं।