- गरीब स्टूडेंट्स की फीस 25-50 परसेंट तक माफ करेगी यूनिवर्सिटी

- कार्यपरिषद की मीटिंग में कई अहम फैसले, फैकल्टी रिसर्च के लिए 10 लाख तक फंड देगी

- इयर 2015 के बाद अप्लाई करने वाले किसी कॉलेज को संबद्धता नहीं

KANPUR: अब गरीब स्टूडेंट्स धन की कमी के कारण हायर एजूकेशन से वंचित नहीं रहेंगे। क्योंकि सीएसजेएमयू उनकी फीस 25 से 50 परसेंट तक माफ कर देगी। यह डिसीजन फ्राइडे को यूनिवर्सिटी की कार्यपरिषद की अहम मीटिंग में लिया गया। इस डिसीजन को लेने का मेन रीजन यह है कि अगर गरीब स्टूडेंट मेरीटोरियस है तो पैसे के अभाव में उसकी शिक्षा न रुके। वहीं एक अन्य डिसीजन के अन्तर्गत अब दिसंबर 2015 के बाद कॉलेज की संबद्धता के लिए आवेदन करने वालों को इंटरटेन नहीं किया जाएगा। यही नहीं किसी भी कॉलेज को नये कोर्स की भी संबद्धता नहीं मिलेगी।

गेस्ट व विजिटिंग फैकल्टी रिसर्च नहीं करेगी

यूनिवर्सिटी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यूनिवर्सिटी रिसर्च पर फोकस करेगी। गेस्ट व विजिटिंग फैकल्टी को रिसर्च के लिए यूनिवर्सिटी मौका नहीं देगी। फुल टाइम फैकल्टी, संविदा पर काम करने वाली फैकल्टी और कांट्रैक्ट बेस पर शिक्षण कार्य करने वाली फैकल्टी अपने इनोवेटिव आइडियाज पर रिसर्च कर सकेंगे। इसके लिए विवि फंड भी उपलब्ध कराएगा। फंड 50 हजार रुपए से लेकर 10 लाख रुपए तक दिया जाएगा। इसके लिए कमेटी के सामने फैकल्टी को अपना प्रजेंटेशन देना होगा अगर कमेटी ने ग्रीन सिग्नल दिया तो फिर रिसर्च शुरू किया जाएगा।

किसी भी स्ट्रीम में नहीं बढ़ेंगी सीटें

कर्मचारी और अन्य स्टाफ के लिए भी करीब 200 करोड़ रुपए का करंट एकाउंट खोला जाएगा। इस फंड से कर्मचारियों और अन्य विवि स्टाफ को एक तरह से पेंशन देने का अरेंजमेंट किए जाने की तैयारी है। इसके दायरे में सीनियर कर्मचारी व स्टाफ के लोग आएंगे। इयर 2005 के पहले नियुक्त होने वाले इसके दायरे में आएंगे। आगे आने वाले एक साल में यूजी लेवल के कोर्स में किसी भी स्ट्रीम में सीटें नहीं बढ़ाई जाएंगी।