- गोविंदपुरी- फजलगंज रोड पर खुदाई के जख्म मॉनसून में लाखों लोगों के लिए नासूर बन जाएंगे

-न तो गड्ढों का पैचवर्क किया न सीवरलाइन डालने के बाद रोड मोटेरबल की, खुदाई अब भी जारी

KANPUR: सिटी को साउथ सिटी से जोड़ने वाली गोविंदपुरी- फजलगंज रोड के जख्म मॉनसून में लाखों लोगों के लिए नासूर बन जाएंगे। मौसम विभाग ने बारिश का अलर्ट जारी कर दिया है इसके बाद भी न तो रोड को मोटेरबल किय गया है और न गड्ढों को भरा गया है। बावजूद इसके सीवर लाइन डालने के लिए अब भी गहरी खुदाई जारी है। रोड पर मिट्टी के पहाड़ लगाए जा रहे हैं। सब कुछ अफसरों की नजर के सामने हो रहा है लेकिन कोई एक्शन नहीं हो रहा है। बारिश होते ही हालात बद से बदतर हो जाएंगे। हादसों की आशंका भी बढ़ जाएगी।

मुश्किल हो जाएगा चलना

काफी दिनों से काम बंद होने के बाद मॉनसून के ठीक दो हफ्ते पहले फिर काम शुरू कर दिया गया है। जो फिलहाल पूरा होता नहीं दिख रहा है। पहले से ही इस काम की वजह से जाम और धूल का सामना कर रहे कानपुराइट्स की मुसीबत और बढ़ेगी। बारिश के पानी से यह सड़क और खराब होगी और खुदाई की वजह से इस पर चलना और मुश्किल हो जाएगा। रोड का लेवल समतल न होने से सड़क धसने से लोगों की जान जाने का भी खतरा बना रहेगा।

मॉनसून की यूपी में दस्तक

सीएसए के मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो मानसून यूपी में आ चुका हैं। आज शाम तक सिटी में मानसून की वजह से बारिश हो सकती है। अभी भी फजलगंज में अमृत योजना के तहत गहरी सीवर लाइन डालने का काम चल रहा है। जल निगम ने एक कंपनी को ठेका दिया हुआ है जो सीवर लाइन डालने का काम कर रही हैं। बीओबी चौराहे से पाइप लाइन डाली जा चुकी है। वहीं अब फजलगंज डिपो के सामने पाइप लाइन डालने का काम चल रहा है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह काम काफी दिनों से चल रहा है। काम की रफ्तार बेहद धीमी है। बरसात में हमें मुसीबतों का सामना करना पड़ेगा।

मोटरेबल तक नहीं किया

फजलगंज साइड गोविंदपुरी पुल ढाल पर रोड पहले से गढ्डों में बदल चुकी है, लेकिन पीडब्ल्यूडी या जलनिगम ने पैचवर्क कराने की जरूरत नहीं समझी। कानपुराइट्स दर्द सहने को मजबूर हैं। ये जरूर है कि जलनिगम ने सीवेज लाइन बिछाने का काम और आगे बढ़ा दिया। पहले पुल ढाल से फजलगंज डिपो तक की गई खोदाई वाले हिस्से को बनाना तो दूर मोटरेबल तक नहीं किया। अभी तक पैचवर्क भी नहीं हुआ है।

आखिर कहां से जाएंगे लोग, कब मिलेगा उनका हक

साउथ सिटी से जोड़ने के लिए तीन रास्ते हैं। फजलगंज, जूही पुल और दादानगर। बारिश होने पर जूही पुल डूब जाता है। यहां से ट्रैफिक कनेक्टिविटी खत्म हो जाती है। दादानगर की बात की जाए तो आम दिनों में ही जाम लग जाता है। बारिश के बाद तो ट्रैफिक बहुत धीरे-धीरे रेंगने लगता है। टाटमिल पर घंटाघर, रामादेवी और झकरकटी के अलावा अन्य इलाकों से आने वाले वाहन ट्रैफिक लोड बढ़ा देते हैं। साथ ही एक्सीडेंट की भी संभावना बनी रहती है।

इस रोड से इतना ट्रैफिक रोज गुजरता है। उसके बाद भी यहां लगातार कई महीनों से खुदाई का काम चल रहा है। अब बरसात आएगी तो हालत और खराब हो जाएगी। लोगों की जान से खिलवाड़ हो रहा है।

- आरती सिंह

फजलगंज से गोविंद नगर जाने के लिए यह सही रास्ता है, लेकिन लगातार खुदाई के चलते पूरी रोड खराब हो गई है। इस वजह से कई बार जाम भी लगता है।

-संध्या मिश्रा

सड़क खोदने के बाद बिना पैचवर्क किए ठेकेदार चला जाता है। धूल और जाम में पब्लिक को फंसना पड़ता है। फजलगंज गोविंदनगर रोड पर भी यही हो रहा है।

- विशाल शुक्ला

सिटी में कई जगहों पर सड़कों का ऐसा ही हाल है सड़क बनती है और फिर खोद दी जाती है। अब बारिश आ रही है तो प्रॉब्लम और बढ़ेगी।

- आदित्य

काम की रफ्तार बढ़ाकर जल्द से जल्द से पूरा कराया जाएगा। काम पूरा होते ही रोड मोटरेबल की जाएगी। जिससे कि लोगों को दिक्कतों का सामना न करना पड़े।

--बीके गर्ग, जीएम जलनिगम