कानपुर (ब्यूरो)। सुबह के आठ बजे गंगा घाट पर जगह जगह पड़ी पॉलीथिन को इकट्ठा करते स्कूली बच्चे। एक दूसरे को आवाज लगाते कि वह देखो वहां से भी उठाओ। अरे तुम वह वाली पॉलीथिन ले आओ जो गंगा जल के साथ बह रही है। मंडे को यह नजारा बिठूर के ब्रह्मïावर्त घाट में दिखाई पड़ा। रायल ड्रीम वल्र्ड इंटर कालेज बिठूर और गवर्नमेंट हाईस्कूल बैकुंठपुर के बच्चे यूं ही घाट पर नहीं आ गए थे। वह दैनिक जागरण आईनेक्स्ट की ओर से चलाए जा रहे &चूज टू रिफ्यूज&य अभियान से मोटिवेट होकर घाट को पालिथीन मुक्त बनाने के लिए पहुंचे थे। स्कूली बच्चों के साथ इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर गंगा टास्क फोर्स के अफसर, जवान और नमामि गंगे के वालंटियर भी वहां मौजूद थे। सभी ने एकजुट होकर घाट को पॉलीथिन मुक्त बनाने का काम किया।

कुछ ऐसे हुई सफाई
घाट की सफाई के लिए स्कूली बच्चों ने सुबह साढ़े सात बजे से ही ब्रह्मïावर्त घाट में एकत्र होना शुरू कर दिया था। आठ बजे तक एकत्र होने के बाद एक प्लान के तहत घाट को पॉलीथिन से मुक्त करने के उद्देश्य से सफाई शुरू की गई। इस अभियान में बच्चों के साथ साथ उनके टीचर्स भी शामिल थे। सभी ने एकजुट होकर सफाई की। सफाई प्रोग्राम खत्म होने के बाद एकत्र हुए कूड़े को कूड़ाघर ले जाया गया। इस मौके पर रायल ड्रीम वल्र्ड स्कूल की प्रिंसिपल सपना सिंह, गवर्नमेंट हाईस्कूल बैकुंठपुर, गंगा टास्क फोर्स के मेजर चंदन, सूबेदार समरजीत सिंह और जिला परियोजना अधिकारी शशांक शुक्ला आदि मौजूद रहे।

ह्यूमन चैन बनाई, शपथ भी ली
गंगा घाट की सफाई के बाद स्टूडेंट्स ने हाथों में दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के चूस टू रिफ्यूज अभियान की न्यूज कटिंग को लेकर ह्यूमन चेन बनाई। सभी ने एक सुर में पालिथीन को यूज न करने के लिए स्लोगन बोले। इसके अलावा स्कूली बच्चों ने पालिथीन को न यूज करने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर शपथ भी ली। अभियान से जुडक़र गंगा सफाई के लिए 200 से ज्यादा स्टूडेंट और टीचर मौजूद रहे।

दुकानदारों और श्रद्धालुओं को किया अवेयर
सोमवती अमावस्या होने के कारण घाट पर स्नान करने वालों की जमकर भीड़ थी। घाट पर सफाई अभियान और शपथ ग्रहण के बाद स्टूडेंट्स ने घाट पर आए श्रद्धालुओं को पॉलीथिन को यूज न करने को लेकर अवेयर किया और पॉलीथिन के नुकसान बताए। इसके अलावा घाट के आसपास के दुकानदारों को पॉलीथिन के रिप्लेसमेंट के लिए अवेयर किया। स्टूडेंट्स ने आम पब्लिक और दुकानदारों को कपड़े के झोले और पेपर बैग को यूज करने की सलाह दी। इसके अलावा बताया कि पॉलीथिन किस तरह से ह्यूमन हेल्थ और एनवायरमेंट के लिए किस तरह से नुकसानदायक है।