कानपुर(ब्यूरो)। बारिश और नमी के इस मौसम में वायरस और बैक्टीरिया लोगों की आंखों को भी संक्रमित कर रहे हैं। यह समस्या युवाओं से लेकर बुजुर्गों तक में देखने को मिल रही है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के आई डिपार्टमेंट की ओपीडी में रोज बड़ी संख्या में ऐसे पेशेंट आ रहे हैं। डॉक्टर्स उन्हे एंटीबायोटिक देने की सलाह दे रहे हैं।

डेली 100 से अधिक पेशेंट
हैलट अस्पताल के आई डिपार्टमेंट की ओपीडी में डेली 100 से 150 पेशेंट ट्रीटमेंट के लिए आते हैं। इन दिनों 20 से 30 मरीज आंखों में संक्रमण की समस्या वाले आ रहे हैं। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के आई डिपार्टमेंट की एचओडी प्रो। डॉ। शालिनी मोहन ने बताया कि इन दिनों मरीजों को दो तरह का संक्रमण देखने को मिल रहा है। इफेक्टिव कंजक्टिवाइटिस में आंखों में गीलापन और कीचड़ रहता है। एलर्जी कंजक्टिवाइटिस में आंखों में खुजली और लाली रहती है और सुबह सोकर उठने पर दोनों पलकें चिपकी होती हैं।

खुजली के साथ एलर्जी
आई स्पेशलिस्ट के अधिक समय तक कांटेक्ट लेंस लगाए रहने से भी आंखें लाल हो जाती हैं। पानी में मौजूद बैक्टीरिया आंखों को सर्वाधिक नुकसान पहुंचाते हैं। डॉक्टर्स के अनुसार आंखों में खुजली और एलर्जी के पेशेंट भी आ रहे हैं। सात से आठ घंटे की पर्याप्त नींद लेने से आंखें स्वस्थ्य रहेंगी।

संपर्क में आने से फैलता
स्पेशलिस्ट डॉक्टर्स के मुताबिक यह बैक्टीरिया एक दूसरे के संपर्क में आने से फैलता है। जिस व्यक्ति की आंख में इंफेक्शन है और उसका रुमाल या टॉवल कोई दूसरा व्यक्ति यूज करता है तो उसके भी इंफेक्शन होने का खतरा बढ़ जाता है। अगर घर में किसी व्यक्ति की आंख में इंफेक्शन हो तो उसके कपड़ों को अलग कर देना चाहिए।

इन बातों का रखें ध्यान
- आंख आने पर संबंधित व्यक्ति के टॉवल व रुमाल का यूज न करें।
- हरी सब्जियां और मौसमी फलों का सेवन करें।
- आई स्पेशलिस्ट की सलाह पर ही आई ड्रॉप का यूज करें।
- बाहर से आने के बाद आंखों को साफ ठंडे पानी से धोएं।
- धूप में चश्मा लगाकर ही निकलें।
- आंखों को बार-बार न छुएं।
- आंखों में हाथ लगने पर तत्काल हाथ को साबुन से धोएं।

बारिश व नमी की वजह से इस मौसम में कई बैक्टीरिया एक्टिव हो जाते हैं, जिससे आंखों में इंफेक्शन की समस्या बढ़ी है। डेली ओपीडी में 30 से अधिक पेशेंट आंखों के इंफेक्शन की समस्या वाले आ रहे हैं।
प्रो। डॉ। शालिनी मोहन, एचओडी, आई डिपार्टमेंट, हैलट