सिटी के ज्यादातर इंजीनियरिंग कॉलेजों में सेमेस्टर एग्जाम्स का दौर शुरू हो गया है। ऐसे में ‘एग्जाम फोबिया’ से ग्रस्त होना लाजमी है। इस प्रेशर को कम करने के लिए स्टूडेंट्स ने योगा, प्राणायाम की हेल्प लेनी शुरू कर दी है। बता दें कि आईआईटी में फिलहाल सेमेस्टर एग्जाम शुरू हो गए हैैं। वहीं, एचबीटीआई में 27 नवंबर से ये एग्जाम शुरू हो जाएंगे

आसान नहीं अप्रोच करना

टेक्नोक्रेट्स इस समय सेमेस्टर एग्जाम्स की उलझन में इस कदर फंसे हुए हैं कि उनसे बात करना तो दूर, एप्रोच करना भी पॉसिबल नहीं है। आई नेक्स्ट रिपोर्टर ने वेडनेसडे को जब आईआईटियंस से बात करने की कोशिश की तो अधिकांश तो सॉरी बोलकर आगे बढ़ गए। इसपर कुछ आईआईटियंस ने बताया कि एक्चुअली एग्जाम के प्रेशर की वजह से स्टूडेंट्स को पढ़ाई के अलावा कुछ सूझ ही नहीं रहा है। जिन स्टूडेंट्स का फाइनल इयर है उनके लिए यह एग्जाम बहुत ही अहम है। उन्हें प्रोजेक्ट वर्क भी फाइनल करना है। सीएस फाइनल ईयर के स्टूडेंट अंकित ने तो कह दिया कि भइया इस टाइम खाने- पीने तक का टाइम नहीं मिल रहा है।

एग्जाम से ऐन पहले पैटर्न चेंज

वहीं दूसरी ओर एचबीटीआई में भी लगभग ऐसा ही हाल है। यहां पर सेमेस्टर एग्जाम 27 नवंबर से शुरू हो जाएंगे। कैंपस में इस टाइम लॉन में स्टूडेंट्स बुक्स लिए पढ़ाई करने में जुटे हुए कभी भी देखे जा सकते हैं। इस बार एचबीटीआई के स्टूडेंट्स के लिए दोहरी मुसीबत है कि एक तरफ तो उनके पेपर का फॉर्मेट चेंज कर दिया गया है। अब सभी यूनिट की तैयारी सेमेस्टर एग्जाम के ऐन टाइम पहले करना काफी टिपिकल टास्क हो गया है।

गहन पढ़ाई में जुटे

आईटी सेकेंड ईयर स्टूडेंट एंजिला प्रकाश ने बताया कि पेपर का फॉर्मेट चेंज होने से दिक्कत तो हो रही है, लेकिन एग्जाम की तैयारी तेजी से कर रहे हैैं। सभी यूनिट की थॉरोली स्टडी कर रहे हैं। थर्ड ईयर के स्टूडेंट शिवम ने बताया कि स्ट्रेस रिलीज करने के लिए योगा कर रहा हूं। पहले उम्मीद थी कि एग्जाम की डेट थोड़ा आगे बढ़ायी जा सकती है लेकिन अब फिक्स टाइम पर ही एग्जाम होंगे।