-हैलट के वार्ड-3 और मेटर्निटी विंग में चल रहा था इलाज, दोनों कोरोना संक्रमित भी हुए थे

-डॉक्टर्स ने शुरू किया दोनों पेशेंट की ट्रीटमेंट हिस्ट्री और इंफेक्शन पर मंथन, आप रहें अलर्ट

KANPUR: दो दिन पहले ही दैनिक जागरण आई नेक्स्ट जिस बात की आशंका जताई थी, वो हकीकत में बदलती दिखाई दे रही है। कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद भी हैलट में दो पेशेंट की मौत ब्लैक फंगसस(म्यूकरमाइकोसिसस) की वजह से हो गई। दोनों मौतें हैलट हॉस्पिटल में बीते दिनों हुई। इलाज करने वाले डॉक्टर्स ने दोनों में म्यूकरमाइकोसिस का संक्रमण होने की पुष्टि की। मरने वाले दोनों मरीज कोरोना संक्रमित भी हुए थे। इलाज करने वाले न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के हेड डाॅ। आलोक वर्मा ने इसकी पुष्टि की।

यूपी में दूसरा मामला

डॉ। वर्मा ने बताया कि मरने वालों में एक पेशेंट की उम्र 49 साल और दूसरी की 55 साल थी। एक का वार्ड-3 में और दूसरे मरीज का मेटर्निटी विंग में इलाज चल रहा था। मालूम हो कि यूपी में म्यूकरमाइकोसिस के पेशेंट मिलने का यह दूसरा मामला है। दो दिन पहले मेरठ में इस फंगल इंफेक्शन के मरीज मिलने की पुष्टि हुई थी। मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर्स अब इन दोनों मरीजों की ट्रीटमेंट हिस्ट्री और इंफेक्शन की वजहों पर मंथन कर रहे हैं।

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किन लोगों पर इसका खतरा ज्यादा-

कमजोर इम्यूनिटी वाले कोरोना संक्रमण से ठीक हो चुके लोग, पुराने डायबिटीज पेशेंट्स और किडनी ट्रांसप्लांट कराने वाले पेशेंट्स

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क्या है लक्षण-

जुकाम, आंखों में लालपन, आंख औन नाक में सूजन, तेज सरदर्द।

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कैसे करें बचाव-

- कोरोना संक्रमण से ठीक होने के बाद ओरल हाईजीन का ध्यान रखें, मुंह के अंदर कोई परत जैसी चीज तो नहीं जम रही इस पर नजर रखें।

- कोरोना से ठीक होने के बाद भी स्टेयराइट वाली दवाओं को अचानक न बंद करे। इन्हें डॉक्टर की सलाह पर धीरे धीरे कम करके बंद करें।