कानपुर (ब्यूरो)। सीएसजेएमयू से एफिलिएटेड कॉलेजों को ऑड सेमेस्टर एग्जाम के प्रैक्टिकल और ओरल के माक्र्स को जल्द से जल्द अपलोड कराना होगा। यूनिवर्सिटी ने एफिलिएटेड कॉलेजों के प्रिंसिपल्स को लेटर जारी करके माक्र्स अपलोड कराने को कहा है। एग्जाम कंट्रोलर राकेश कुमार की ओर से जारी लेटर में कहा गया है कि माक्र्स अपलोड न कराने की स्थिति में एवरेज माक्र्स देकर रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया जाएगा। यूनिवर्सिटी ओर से लेटर जारी होने के बाद कॉलेजों के प्रिंसिपल्स जल्द से जल्द माक्र्स को अपलोड कराने में जुट गए हैैं। बताते चलें कि सीएसजेएमयू से 617 कॉलेज एफिलिएटेड हैैं, जिनमें 6 लाख से ज्यादा स्टूडेंट्स पढ़ते हैैं।

लास्ट डेट भी जारी
एग्जाम कंट्रोलर राकेश कुमार ने लेटर जारी करते हुए माक्र्स अपलोड कराने की लास्ट डेट भी जारी कर दी है। लेटर में पीजी क्लासेज के लिए पांच फरवरी और यूजी क्लासेज के माक्र्स अपलोड कराने की लास्ट डेट 10 फरवरी तय कर दी है। इस डेट तक माक्र्स अपलोड न कराने वाले कॉलेजों के स्टूडेंट्स को एवरेज माक्र्स देकर रिजल्ट जारी किया जाएगा।

यह होगा नुकसान
ऐवरेज माक्र्स मिलने से स्कालर स्टूडेंट्स को नुकसान होगा। यदि कोई स्कालर स्टूडेंट प्रैक्टिकल या ओरल में बेस्ट परफार्मेंस देकर अच्छे माक्र्स अचीव करके अपनी डिवीजन या ग्रेड को मेंटेन करने की ताकत रखता है तो उसका नुकसान होगा। यूनिवर्सिटी की ओर से दिए जाने वाले ऐवरेज माक्र्स में आमतौर पर 50-60 परसेंट के बीच नंबर ही दिए जाते हैैं। जबकि स्कालर स्टूडेंट्स प्रैक्टिकल में 80 परसेंट से ज्यादा माक्र्स पा लेते हैैं।

दिसंबर से चल रहे हैैं एग्जाम
सीएसजेएमयू से एफिलिएटेड कॉलेजों में दिसंबर की शुरुआत से ही ऑड सेमेस्टर के एग्जाम चल रहे हैैं। कुछ कोर्स के एग्जाम खत्म हुए एक महीने से ज्यादा का समय हो गया है। नियमानुसार कालेजों को रिटेन एग्जाम के पहले या तुरंत बाद प्रैक्टिकल करवाकर नंबर्स को अपलोड करा देना चाहिए। जबकि एक महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी कुछ कॉलेज माक्र्स को अपलोड नहीं करा पाए हैैं। वहीं कुछ कालेजों में जनवरी के अंत में प्रैक्टिकल कराए गए हैैं। यूनिवर्सिटी अपने सेशन को लेट नहीं करना चाहती है। इस कारण से प्रिंसिपल्स को लेटर जारी करते हुए माक्र्स अपलोड करने की लास्ट डेट भी क्लीयर कर दी है।