कानपुर(ब्यूरो)। सिटी में नगर निगम के बनवाए गए ज्यादातर यूरिनल गायब हो चुके है या फिर जो है उनकी हालत बहुत ज्यादा खराब है। नियमित रूप से साफ सफाई और मेंटेनेंस न होने से कहीं पर यूरिनल नहीं है तो कहीं पाइप भी गायब है। जहां है भी वहां लोग भीषण गंदगी के चलते यूरिनल का यूज न करके रोड पर गंदगी फैला रहे है। ये तस्वीर स्वच्छ भारत मिशन को आइना दिखा रही है। कानपुर में पब्लिक टॉयलेट की संख्या जरूरत के बहुत मुकाबले कम है। कई मार्केट और पब्लिक प्लेस ऐसे है जहां पर लोगों के लिए यह सर्विस भी उपलब्ध नहीं है।

स्थानीय लोग परेशान
सिविल लाइन पार्षद यशपाल सिंह ने सदन में यूरिनल के मुद्दे पर चर्चा करते हुए शिकायत की कि सिविल लाइन समेत पूरे शहर में यूरिनल की समस्या है। सिविल लाइन एरिया में कचहरी व कई सरकारी ऑफिस वहां है। जहां हर दिन लाखों लोगों का आना-जाना उस एरिया में रहता है। एरिया में यूरिनल न होने के चलते वहां आने वाले लोग आस-पास की गलियों व मोहल्ले में गंदगी करते है। जिससे वहां रहने वाले लोग परेशान है। यहां तक कि कई ऐसे मकान है जो इससे परेशान होकर पलायन तक करने के लिए मजबूर हो चुके है।

लाखों खर्च कर बनाए
पब्लिक प्लेस, मार्केट व बिजी एरिया में नगर निगम ने लाखों खर्च कर यूरिनल बनाए भी है, लेकिन उसके मेंटेनेंस के लिए न कोई बजट मुहैया कराया गया और न ही कोई कर्मचारियों की नियुक्ति की गई। जिसके चलते लाखों खर्च करने के बाद अब हालत ये है कि सिटी के ज्यादा तक यूरिनल यूजलेस हो चुके है। गंदगी के चलते लोग उसको यूज तक नहीं कर रहे है। यहां तक कि स्मार्ट सिटी ने भी लाखों रुपये खर्च कर अस्थाई स्मार्ट यूरिनल बनाए है, लेकिन मेंटेनेंस के अभाव में उनकी भी स्थिति बहुत ज्याद खराब है।


कर्मचारी नियुक्ति की मांग
पार्षद यशपाल सिंह ने सिविल लाइन समेत सिटी के पब्लिक टॉयलेट व यूरिनल सेंटर को मेंटीनेंस कराने के साथ वहां साफ सफाई के लिए सदन में टेबुल प्रस्ताव कर मांग की है। हालांकि उनके प्रस्ताव पर महापौर ने अगले सदन में इस मुद्दे पर चर्चा करने का आश्वासन भी दिया है। सिटी में साढ़े तीन सौ से ज्यादा यूरिनल सेंटर है, मेंटेनेंस के अभाव से सबकी स्थिति बहुत ज्यादा खराब है।

बीमारी फैलने का भी बना खतरा
पब्लिक प्लेस में यूरिनल में भीषण गंदगी के चलते बीमारी फैलने का भी खतरा बढ़ा है। रेगुलर सफाई न होने और यूरिनल सेंटर में गंदगी के चलते लोग उसका यूज न करके बाहर ही गंदगी करते है। जिसके चलते न केवल यूरिनल सेंटर में गंदगी बल्कि उसके आस-पास के एरिया में भी गंदगी बनीं रहती है। दुर्गंध व गंदगी के चलते संक्रमण रोग फैलने का भी खतरा बढ़ जाता है। यहीं हाल कई सरकारी डिपार्टमेंट का भी है।