कानपुर (ब्यूरो) बुधवार दोपहर हुई बैठक में कहा गया कि ध्वस्तीकरण का धन नगर निगम व पुलिस विभाग में जमा होने पर नगर निगम उसे ध्वस्त करता है। अगर धन जमा नहीं किया जाता है तो वह खुद गिराते हैं। जिसके बाद मेयर ने निर्देश दिया कि अपने क्षेत्र का निरीक्षण करा लें, जो अति जर्जर हैं, उसे गिराये जाने की कार्यवाही के लिए मेरे साथ टीम लेकर चलें।

मीटिंग में किसने क्या कहा
बैठक में जोन-1 के गिराऊ मकानों के बारे में जेई सिद्धार्थ गौतम ने कहा कि सभी गिराऊ भवनों के मालिका को नोटिस जा चुकी है। वहीं चीफ इंजीनियर ने बताया कि जोन-2 में पांच जर्जर भवन हैं, जिसमें एक गिरा दिया गया हैै। जबकि जोन-3 के एई नानक चन्द्र ने बताया कि 40 जर्जर भवन है, सभी को नोटिस जा चुकी है, जिसमें चीन अति जर्जर है। जोन-4 एई सतीश चन्द्र कमल ने बताया कि 120 जर्जर भवन है। जोन-5 एक्सईएन आरके सिंह ने बताया कि 11 जर्जर भवन हैं, जिसमें ज्यादातर किराएदार और मकान मालिक का आपसी विवाद है। वहीं जोन-6 चीफ इंजीनियर रमेश कुमार पाल कहा कि 12 जर्जर भवन हंै, सभी को नोटिस जा चुकी है, चार गिरा दी गई है। बाकी मामला कोर्ट में लंबित है।

किस जोन में कितनों को नोटिस
जोन-1---- नोटिस
जोन-2 04
जोन-3 40
जोन-4 120
जोन-5 11
जोन-6 14
कुल-----221