कानपुर (ब्यूरो)। पति से आए दिन होने वाले विवाद से परेशान होकर महिला ने बेटा व बेटी संग चारपाई पर रजाई लपेटने के बाद डीजल डालकर आग लगा ली। आग से मां बेटे की मौत हो गई जबकि बच्ची झुलस गई.उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहीं घटना के बाद पति फरार हो गया। मृतका की बहनों ने आकर हंगामा किया और पति पर प्रताडि़त करने का आरोप लगाया। पुलिस व फोरेंसिक टीम ने जांच की तो एएसपी राजेश पांडेय ने घटनास्थल का निरीक्षण किया। घटना रूरा के सरवाटप्पा गांव के मजरा घनश्यामपुरवा की है।

नशेबाज पति से होता था झगड़ा
लोडर चालक जसवंत कमल अपनी 30 वर्षीय पत्नी सुनीता, चार वर्षीय मासूम अर्पित व सात वर्षीय आयुषी के संग रहता है। नशे की आदत के चलते पत्नी से आए दिन उसकी कहासुनी होती थी व कई बार मामला मारपीट तक पहुंच जाता था। शनिवार देर रात करीब डेढ़ बजे कमरे में सुनीता ने बेटे व बेटी को चारपाई पर लिटाकर रजाई ओढ़कर डीजल डालने के बाद आग लगा ली। चीख पुकार मची तो बाहर सो रहा पति जसवंत व आसपास के लोग जुटे। कमरे से धुआं उठता देख उन लोगों ने दरवाजा तोड़ा और नजारा देखा तो दंग रह गए। तीनों आग की लपटों से घिरे थे। पानी डालकर व कंबल से आग बुझाई गई लेकिन सुनीता की मौत हो गई थी, अर्पित को पास के अस्पताल लेकर गए जहां कुछ देर बाद उसकी भी मौत हो गई जबकि आयुषी गंभीर रूप से झुलस गई। उसे अकबरपुर के अनंतजराज अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कमरे में डीजल की पिपिया मिली
घटना के बाद पति जसवंत घर से भाग निकला। पड़ोसियों ने बताया कि शाम को पति पत्नी में किसी बात को लेकर विवाद हो रहा था क्योंकि तेज तेज आवाज आ रही थी। इसके बाद रात में जसवंत बेटी संग बाहर चारपाई पर सोया था लेकिन गुस्से में सुनीता आई और आयुषी को लेकर कमरे में चली गई। इसके बाद ही उसने देर रात घटना को अंजाम दिया है.आग से कमरे में रखा घरेलू सामान भी जल गया है। एएसपी राजेश पांडेय, सीओ अरुण कुमार ङ्क्षसह व थाना प्रभारी रूरा समरबहादुर यादव ने घटनास्थल को देखा व आसपास के लोगों से पूछताछ कीच् बच्ची का भी हाल चाल लिया उसने भी विवाद की बात कही है। फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य एकत्र किए, कमरे से ही डीजल की छोटी पीपिया मिली है।

पति पर प्रताडऩा का आरोप
सुनीता के मायके फफूंद औरैया के कुखर्रा गांव से स्वजन आए साथ ही विवाहिता बहनें ङ्क्षपकी व गुड्डी ने हंगामा किया। उनका कहना था कि जसवंत उत्पीडऩ कर रहा था.करीब 10 वर्ष विवाह को गए है थे पर किसी तरह से उनकी बहन निभा रही थी। एक माह पूर्व फोन तोड़ डालने सहित अन्य घटनाएं बताकर शव न उठने देने के लिए चीखने लगीं, तभी एसआइ दिनेश भारती, आरक्षी गौरव के अलावा गांव के अन्य लोगों ने उन्हें समझाकर किसी तरह से शांत कराया।

घटना से पूरे गांव में लोग स्तब्ध
घटना से पूरे गांव में लोग स्तब्ध हैं और अलग अलग चर्चा करते दिखे। शव देखकर महिलाएं कह रहीं थी कि घर में आए दिन पति पत्नी में झगड़ा फसाद होता रहता था लेकिन इतना बड़ा निर्णय ले लेगी यह विश्वास नहीं हो रहा है। घटना को लेकर प्रधान यशवंत ङ्क्षसह, पूर्व प्रधान गुटैहा डा। अजय कमल समेत अन्य लोग भी पहुंचेच्और बच्ची को संभाला। वहीं लोगों का कहना थच् कि बच्चों का आखिर क्या कसूर था जो उनको साथ लेकर आग लगा लिया। सुनीता रोजाना खेतों पर बकरी चराने जाती थी और शनिवार शाम को भी गई थी.एक झटके में पूरा परिवार बर्बाद हो गया।

घरेलू विवाद में रजाई लपेटने के बाद महिला ने बच्चों समेत आग लगाई है। जसवंत की तलाश चल रही है, मायके पक्ष से अगर तहरीर मिलेगी तो कार्रवाई होगी।
राजेश पांडेय, एएसपी