कानपुर (ब्यूरो)। सुंदर मुंदरिए - हो तेरा कौन विचारा-हो दुल्ला भट्टी वाला-हो दुल्ले ने धी ब्याही-हो सेर शक्कर पाई-हो कुछ ऐसे ही लोहड़ी सांग्स के साथ सैटरडे को अंधेरा होते ही सिटी में लोहड़ी को सेलीब्रेट किया गया.अंधेरा होते ही सिटी की 50 हजार सिख फैमिली लोहड़ी के जश्न में डूब गई। हर किसी ने अपने अंदाज में लोहड़ी को सेलीब्रेट किया। पंजाबी गल्र्स ने गिद्दा तो वहीं ब्वायज ने भांगड़ा करके लोहड़ी के जश्न में चार चांद लगा दिए। सिटी में गुमटी, लाजपत नगर, गोविंद नगर, शास्त्री नगर और लाल बंगला समेत कई इलाकों में जमकर लोहड़ी को सेलीब्रेट किया गया। इसके अलावा शहर के कई क्लब और होटलों में भी लोहड़ी का जश्न मना।

कहीं बजे ढोल तो कहीं हुआ डीजे पर डांस
अगर बात पंजाबियों की हो और डांस न हो तो बात अधूरी रह जाती है। कुछ ऐसा ही नजारा लोहड़ी सेलीब्रेशन में दिखा। लकड़ी के ढेर में आग लगते ही कही ढोल की थाप तो कहीं डीजे की धुन पर जमकर डांस किया गया। गल्र्स ने गिद्दा और ब्वायज ने भांगड़ा करके जश्न में चार चांद लगा दिए। जश्न के साथ ही आस पड़ोस के लोगों को प्रसाद बांटा गया।

दोपहर से ही शुरु हो गया जश्न
सिखों की माने तो लोहड़ी का जश्न उन फैमिलीज में ज्यादा बेहतर होता है, जहां शादी के बाद या किसी बच्चे के जन्म के बाद पहली लोहड़ी होती है। उनमें लोहड़ी का जश्न धूमधाम से मनाया जाता है। गोविंद नगर की हरवीर कौर ने बताया कि उनकी फैमिली में बच्चे के जन्म के बाद पहली लोहड़ी मनाई जा रही है। सभी गेस्ट्स को पहले ही इनवाइट कर लिया गया था। दोपहर में लंच हुआ है। देर शाम 07 बजे लोहड़ी जलाकर गिद्दा और भांगड़ा हुआ है।

कम्यूनिटी बनाकर एक साथ मनाई लोहड़ी
जहां एक ओर कुछ सिख फैमिलीज ने लोहड़ी को अपने अपने घरों में मनाया तो वहीं कुछ अपार्टमेंट्स और सोसाएटीज में कम्यूनिटी में लोहड़ी को मनाया गया। सभी ने चंदा करके एक स्थान पर लकडिय़ों के ढेर को सजवाया और वहां पर ढोल और डीजे के साथ जश्न मना। प्रसाद के अलावा कार्यक्रम स्थल के आसपास स्टाल लगाकर चाय, कॉफी और स्नैक्स भी बांटें गए।

लोहड़ी के जश्न में गुम हो गई सर्दी
ठंड का 03 डिग्री टार्चर भी लोहड़ी के जश्न को कम नहीं कर सका। देर शाम होते ही ठंड बढऩे के साथ साथ लोहड़ी का जश्न भी बढ़ता गया। लकड़ी के ढेर में आग लगते ही पूजा की करके शगुन डाला गया उसके बाद लो आ गई लोहड़ी वे आहा बना लो जोड़ी वे आहा जैसे पंजाबी सांग्स ने ठंड के टार्चर को कम कर दिया। हर कोई लोहड़ी के जश्न में डूबा हुआ नजर आया।

देखने लायक थी सजावट
लोहड़ी के जश्न के लिए कई दिनों से चल रही तैयारियां नजर भी आई। कार्यक्रम स्थल पर सजावट भी देखने लायक थी। रंग बिरंगी लाइट्स के साथ साथ रंग बिरंगी पतंगों और सजावट के सामान के साथ कार्यक्रम स्थल को सजाया गया था।

मोबाइल में कैद हुआ लोहड़ी का जश्न
जश्न को हर किसी ने मोबाइल में कैद किया। सजे धजे छोटे बच्चों को तैयार करके फोटो क्लिक की गई। इसके अलावा जश्न के माहौल के पलों को कैमरे से क्लिक करने के साथ साथ रिल्स बनाकर सोशल मीडिया में वायरल की गई।

खालसा कालेज में लोहड़ी
खालसा गल्र्स इंटर कॉलेज गोविंद नगर में सैटरडे को लोहड़ी मनाई गई.प्रिंसिपल डॉ। हरमीत कौर ने स्टूडेंट्स को एकता, समानता एवं भाईचारे की सीख देते हुए सिख पर्व के बारे में जानकारीयां दी गई। पंजाबी ट्रेडिशनल ड्रेस में सजकर आई स्टूडेंट्स ने पंजाबी डांस किया। इस मौके पर रंजीत कौर, जसमीत कौर, अमित कौर, तजिंदर कौर, रमन कौर आदि मौजूद रहीं।

यह है ट्रेडिशनल लोहड़ी
गुरु सिंह सभा के अध्यक्ष हरविंदर सिंह लार्ड ने बताया कि किसानों द्वारा फसल काटने और नई फसल बोने की खुशी में इस फेस्टिवल को मनाया जाता है। इसमें लकड़ी और गोबर के कंडों का ढेर लगाया जाता है। उसमें आग लगाने के बाद अग्नि के फेरे लेते हुए उसमें मूंगफली, गजक, पट्टïी, रेबड़ी और तिल के लड्डू आदि को डाला जाता है। आग के बाहर गिरी चीजों को प्रसाद के रुप में ग्रहण किया जाता है। कुछ इसी तरह से लोहड़ी को सेलीब्रेट किया गया।