लखनऊ (ब्यूरो)।हादसे के दौरान बस में करीब 55 यात्री सफर कर रहे थे। दुर्घटना का कारण बस के ड्राइवर को नींद आना बताया जा रहा है। घायलों के अनुसार जिस समय बस चालक की झपकी आई, उस दौरान सरिया से लदा ट्रालर धर्म कांटा के पास से बैक हो रहा था। हादसे में अधिकतर बिहार से आने वाले मजदूर थे।

ड्राइवर से होगी पूछताछ

अस्पताल प्रशासन का कहना है कि शनिवार सुबह 29 यात्रियों को इलाज के लिए लाया गया था। इनमें से 25 यात्रियों को पहले परामर्श और उपचार के बाद ही अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बाकी चालक व परिचालक के अलावा महेश और सुलेखा को गंभीर चोटें आने पर भर्ती किया गया है। पुलिस ने बताया कि चालक व परिचालक के होश में आने के बाद ही पूछताछ की जाएगी। अभी थाने में कोई शिकायत नहीं दी गई है। बस मालिक को मामले की सूचना दे दी गई है।

सभी मुसाफिर नींद में थे

लोहिया अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचे बिहार मुजफ्फरपुर के महेश ने बताया कि रात करीब डेढ़ बजे हादसा होने के बाद सबकी नींद खुल गई। मेरी नाक से भरभराकर खून बह रहा था। बस से नीचे उतरकर देखा तो बस ट्रालर में पीछे से घुसी हुई थी। बस में सवार यात्रियों का कहना है कि चालक की लापरवाही के कारण हादसा हुआ है। नींद आने पर चालक को बस रोक देनी चाहिए थी।