लखनऊ (ब्यूरो)। इंदिरानगर सेक्टर-बी स्थित पीएनबी के एटीएम का लॉक खोलकर 13.08 लाख रुपये चोरी कर लिए गए। नाकाबपोश आरोपी की हरकत सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई। वह अपने हाथ पर एटीएम मशीन का कोड लिखकर आया था। वारदात के पता चलने पर एटीएम में कैश डालने वाली कंपनी के मैनेजर ने गाजीपुर थाने में संदिग्ध युवक समेत कंपनी के चार कस्टोडियन पर एफआईआर दर्ज कराई है, जो एटीएम में इस रूट के एटीएम में पैसा डालने का काम करते हैं। गाजीपुर थाना पुलिस ने कानपुर के बेगमपुरवा निवासी नौशाद अली, चंदौली चकिया निवासी सूरज देव मौर्या, चिनहट के मल्हौर निवासी शिवांक देवांशी और प्रदीप व एक अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज किया है।

कैश मिलान करने पर चला पता

सीएमएस कंपनी के रीजनल मैनेजर रविंद्र शर्मा ने तहरीर में बताया कि अलग-अलग बैंक के एटीएम में रुपये डालने का काम कंपनी के कस्टोडियन कर्मी करते हैं। हर माह एटीएम मशीनों में डाले जाने वाले रुपयों का मिलान किया जाता है। 19 दिसंबर को इंदिरानगर इलाके के पीएनबी के एटीएम में चोरी होने का खुलासा कैश का मिलान करने पर हुआ। एटीएम से करीब 11.48 बजे 13,08,500 रुपये चोरी हुए। एटीएम के सीसीटीवी कैमरे के फुटेज खंगालने पर पता चला कि एक नकाबपोश केबिन में घुसा। इसके बाद हाथ पर लिखे कोड को मशीन के कीबोर्ड में दर्ज कर रुपये चोरी कर फरार हो गया।

सीसीटीवी फुटेज में कैद आरोपी

सीसीटीवी कैमरे से पता चला कि आरोपी केबिन से बाहर निकल कर किसी से मोबाइल फोन पर बातें करते दिख रहा था। शिकायतकर्ता का कहना है कि बिना कोड डाले एटीएम नहीं खुल सकता है। उन्होंने आशंका जताई कि कस्टोडियन कर्मियों ने ही चोरी की वारदात अंजाम दिया है। जांच में सामने आया कि कस्टोडियन नौशाद अली और शिवांक देवांशी मल्हौर इलाके में एक ही रूम में किराये पर रहते हैं। बताया कि जिस रूट के एटीएम में चोरी हुयी है, उसका कस्टोडियन सूरज देव मौर्या जब भी छुट्टी पर रहता था। इस रूट पर कस्टोडियन शिवांक और प्रदीप भी रुपये डालने गये हैं। इसी के चलते आरोपियों ने लॉक नंबर की जानकारी के आधार पर चोरी किया है।

आरोपी ने हाथ में लिखा था कोड

शिकायतकर्ता ने बताया कि नौशाद अली और सूरज देव मौर्य निर्धारित रूट पर एटीएम में पैसे डालने निकले थे। इनमें से एक कर्मी ने अपने हाथ पर एटीएम मशीन का कोड लिखा था। घटना कस्टोडियन की आपसी साठगांठ से हुयी। कहा कि एटीएम मशीन बिना कोड नहीं खुल सकती। प्रबंधक का यह भी कहना है कि आरोपियों ने पूर्व में साजिश रचकर वारदात अंजाम दिया है। वहीं, नार्थ डीसीपी एसएम कासिम आब्दी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

पहले भी आ चुके हैं मामले

केस-1

अक्टूबर 2023 को चिनहट पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया था। यह आरोपी एटीएम कैश डिलीवरी का काम करता था। आरोप था कि वह शहर के कई एटीएम की कैश ट्रे से छेड़छाड़ कर चोरी की वारदात को अंजाम देता था।

केस-2

मई 2022 को सीएमएस इन्फोसिस्टम कंपनी ने मुकदमा दर्ज कराया था कि एटीएम मशीन से करीब 76 लाख रुपये का गबन किया गया है। जिसके बाद विभूतिखंड थाना पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था।