लखनऊ (ब्यूरो)। मामले को लेकर डिपो के एआरएम सहित पांच कर्मी शक के दायरे में हैं। क्षेत्रीय प्रबंधक ने इन सभी कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।

डाटा इंट्री में हुआ हेरफेर
उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के राजधानी स्थित अवध बस डिपो से अनुबंधित बसों को डीजल दिया जाता है। इसके लिए शिफ्ट के आधार पर ड्यूटी लगाई जाती है। बीते जनवरी से मई के बीच अनुबंधित बसों को जो डीजल सप्लाई किया गया था और निर्धारित प्रारूप में जो डीजल सप्लाई की गई और जो इंट्री की गई उसके मिलान में बड़ा फर्क मिलने में गड़बड़ी उजागर हुई है।

जवाब का हो रहा इंतजार
मामले की पड़ताल करने पर पांच कर्मचारी शक के दायरे में आये हैं। जिस पर आरएम ने इन सभी को कारण बताओ नोटिस भेज दिया है क्योंकि इन अनुबंधित बसों को दिए गए डीजल को निर्धारित प्रारूप में सही तरीके से नहीं भरा गया है। जिसके चलते जनवरी से लेकर मई माह के बीच 2879 लीटर डीजल कम मिला है। ऐसे में पांचों कर्मचारियों के जवाब मिलने के बाद कड़ा एक्शन लिए जाने की बात कही जा ही है।

अनुबंधित बसों को डीजल सप्लाई में जनवरी से मई माह के बीच बड़ा अंतर मिला है। जिस पर पांच कर्मियों को कारण बताओ नोटिस भेजकर उनसे जवाब मांगा गया है। गड़बड़ी उजागर होने पर कार्रवाई की जाएगी।
- मनोज कुमार, क्षेत्रीय प्रबंधक, लखनऊ परिक्षेत्र

इतना कम मिला डीजल
माह कम मिला डीजल
जनवरी 380 लीटर
फरवरी 605 लीटर
मार्च 857 लीटर
अप्रैल 637 लीटर
मई 400 लीटर