लखनऊ (ब्यूरो)। पिछले साल तक बसंतकुंज एरिया में रहने वाले जब अपने घर का पता किसी को बताते थे, तो कहते थे जहां कूड़े का ढेर लगा है, उसके पास रहते हैैं लेकिन अब स्थिति यह है कि लोग बताते हैैं कि जहां पर राष्ट्र प्रेरणा पार्क डेवलप हुआ है, उसके पास ही रहते हैं। इस परिवर्तन को लाने में मुख्य भूमिका निभाई है एलडीए नेे। एलडीए द्वारा उठाए गए एक कदम से हजारों लोगों को बड़ी राहत मिली है।

तीन लाख मीट्रिक टन वेस्ट

बसंतकुंज एरिया में तीन लाख मीट्रिक टन वेस्ट का ढेर लगा था। वेस्ट के ढेर होने से लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ता था। सबसे ज्यादा दिक्कतें बच्चों और मार्निंग और इवनिंग वॉक करने वाले लोगों को आती थी। उन्हें रोड या फिर उधर-उधर खेलने या वॉक के लिए जाना पड़ता था।

दो माह में बदल गई स्थिति

एलडीए ने इसे पूरे एरिया को टेकअप किया और निगम के माध्यम से वेस्ट के ढेरों को हटाने की प्रक्रिया शुरू कराई। इसके साथ ही यहां के लिए डेवलपमेंट प्लान भी तैयार कराया गया। मंडलायुक्त और एलडीए वीसी के निर्देशन में यहां पर राष्ट्र प्रेरणा पार्क की कार्ययोजना तैयार हुई और उसे इंप्लीमेंट करने का काम शुरू किया गया।

2 फरवरी 2024 को शुरू हुआ काम

एलडीए के असिस्टेंट हार्टिकल्चर ऑफिसर कर्ण सिंह ने बताया कि वेस्ट के ढेर हटने के बाद एलडीए की ओर से यहां पर प्रेरणा पार्क को डेवलप करने का काम शुरू हुआ। यहां 100 से अधिक प्रजातियों के पुष्प एवं पेड़ लगाए गए हैं। जिनमें बेला, चमेली, मधुमालती, पीपल, नीम, गुलाब इत्यादि शामिल हैं। इसके साथ ही यहां पर छोटे-छोटे एरिया में मियावाकी फॉरेस्ट भी डेवलप किए गए हैंं। जिससे एक्यूआई लेवल भी बेहतर रहे।

3 करोड़ 75 लाख खर्च

इस प्लान को इंप्लीमेंट करने के लिए तीन करोड़ 75 लाख खर्च भी किए गए हैैं। अभी यहां पर कई और डेवलपमेंट संबंधी कदम उठाए जाने हैैं। जिसमें मुख्य रूप से प्लांटेशन, बच्चों के खेलने के लिए स्पेस इत्यादि शामिल है। इसके साथ ही यहां पर हरियाली के बीच ही बैठने इत्यादि की भी व्यवस्था रहेगी, जिससे लोग यहां पर रेस्ट कर सकेंगे।

ये फायदा भी हुआ

यहां पर भारी मात्रा में वेस्ट के ढेर लगे हुए थे। वेस्ट के ढेरों से रिसने वाले लीचेट से अंडरग्राउंड वाटर लेवल भी प्रदूषित हो रहा था। यहां पर वेस्ट के ढेर हटने से अब अंडरग्राउंड वाटर लेवल के और पॉल्यूटेड होने का खतरा खत्म सा हो गया है।

राष्ट्र प्रेरणा पार्क को डेवलप किया गया है। यहां पर पहले वेस्ट के ढेर थे, जिनके हटने के बाद यहां पर ग्रीन एरिया डेवलप हुआ है। इसका फायदा यहां रहने वाले लोगों को सीधे मिल रहा है। अभी यहां पर और भी डेवलपमेंट से जुड़े कार्य कराए जाएंगे।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए