लखनऊ (ब्यूरो)। नगर निगम प्रशासन की ओर से पर्यावरण को शुद्ध रखने और लोगों की सेहत को बेहतर रखने के उद्देश्य से प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण पर फोकस किया गया है। इसके लिए शिवरी में लगे करीब छह लाख मीट्रिक टन प्लास्टिक वेस्ट के निस्तारण के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है। प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण के लिए निजी कंपनियों की मदद ली जाएगी।

प्लास्टिक नहीं हो रही निस्तारित

शिवरी प्लांट में करीब बीस लाख मीट्रिक टन वेस्ट का ढेर लगा है। इसमें पांच से छह लाख मीट्रिक टन प्लास्टिक वेस्ट है। निगम प्रशासन की ओर से इसके निस्तारण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। प्रयास यही है कि जल्द से जल्द इसका निस्तारण किया जाए, जिससे अंडरग्राउंड वॉटर लेवल की शुद्धता बेहतर रहे साथ ही प्लास्टिक के वेस्ट के कारण पर्यावरण पर पड़ने वाले नकारात्मक असर को समाप्त किया जा सके।

बल्क जनरेटर्स पर भी फोकस

निगम की ओर से बल्क जनरेटर्स पर भी फोकस किया जा रहा है। देखा जाएगा कि कहां से बल्क रूप में वेस्ट जनरेट हो रहा है। इसके आधार पर प्रतिष्ठानों को चिन्हित करके उन्हें भी वेस्ट निस्तारण संबंधी जानकारी दी जाएगी। बल्क जनरेटर्स की बात करें तो इसमें होटल, बड़े बाजार, अस्पताल इत्यादि शामिल हैैं। यह नियम है कि बल्क वेस्ट जनरेटर्स को अपने परिसर में ही वेस्ट निस्तारण की व्यवस्था करनी होगी लेकिन 40 फीसदी बल्क जनरेटर्स ही ये कदम उठाते हैैं।

आवासीय एरिया पर भी फोकस

निगम की ओर से आवासीय एरिया से निकलने वाले प्लास्टिक वेस्ट को लेकर भी कदम उठाया जा रहा है। इसके लिए पहले तो पब्लिक को प्लास्टिक से होने वाले नुकसान से अवगत कराया जाएगा। वहीं जिन इलाकों से ज्यादा प्लास्टिक वेस्ट सामने आएगा, वहां के लिए प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण संबंधी व्यवस्था को इंप्लीमेंट किया जाएगा।

यह है प्रक्रिया

राजधानी के इलाकों से निकलने वाले वेस्ट को शिवरी प्लांट ले जाया जाता है। जहां वेस्ट को अलग-अलग किया जाता है। प्लास्टिक वेस्ट के अलावा बाकी वेस्ट तो निस्तारित हो जाता है।

प्लास्टिक से नुकसान

1- पर्यावरण को नुकसान

2- सेहत के लिए घातक

3- अंडरग्राउंड वॉटर लेवल होता दूषित

पहली बार कवायद

निगम की ओर से पहली बार प्लास्टिक वेस्ट निस्तारण के लिए इतने बड़े स्तर पर कदम उठाए जा रहे हैं। अभी प्लास्टिक वेस्ट परिवहन और निस्तारण में अधिक खर्च आता है। इसे ध्यान में रखते हुए इस खर्च को कम करने के लिए ही नया प्लान बनाया गया है। जिससे प्लास्टिक वेस्ट को बेहद कम खर्च पर आसानी से निस्तारित किया जा सके।

शिवरी प्लांट में लगे प्लास्टिक वेस्ट के निस्तारण के लिए एक्शन प्लान तैयार किया गया है और इसके अंतर्गत कई बिंदुओं पर काम भी शुरू किया जा रहा है।

इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त

जो कार्ययोजना बनाई जा रही है, उसको इंप्लीमेंट करने के लिए कदम आगे बढ़ाए जा रहे हैैं। वेस्ट के निस्तारण में आने वाले व्यय को कम करने के लिए ईपीआर बेस्ड मॉडल पर काम हो रहा है।

डॉ। अरविंद राव, अपर नगर आयुक्त