- महिलाओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बनाई गई थीं योजनाएं

- अभी तक एक भी योजना को इंप्लीमेंट नहीं किया जा सका

LUCKNOW

शहर सरकार की ओर से महिलाओं की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए योजनाओं का खाका तो खींचा गया लेकिन अभी तक एक भी योजना शुरू नहीं हो सकी है। जिससे आधी आबादी को इन योजनाओं का लाभ मिलता नजर नहीं आ रहा है। गुजरते वक्त के साथ योजनाएं कागजों में सिमटती नजर आ रही हैं।

बढ़ रहा है इंतजार

शहर सरकार की ओर से इन योजनाओं का खाका आधी आबादी को राहत देने के लिए खींचा गया था। नए वित्तीय वर्ष के बजट में इन योजनाओं को शामिल भी किया गया लेकिन अभी तक एक भी योजना आगे बढ़ती नजर नहीं आ रही है।

ये बनी थी योजनाएं

1-महिला बाजार

योजना- राजधानी में महिला बाजार बनाया जाना था। इस बाजार में विक्रेताओं के रूप में सिर्फ महिलाएं ही मौजूद रहतीं और बाजार में महिलाओं से जुड़े उत्पाद ही बिकते। निगम की ओर से इस दिशा में जमीन की तलाश भी शुरू कर दी गई थी लेकिन अभी तक जमीन की तलाश पूरी नहीं हो सकी है। शहर सरकार की ओर से इस योजना को जल्द से जल्द इंप्लीमेंट करने के लिए 50 लाख का बजट भी फाइनल किया गया था। इसके बावजूद स्थिति जस की तस बनी हुई है।

स्थिति- योजना शुरू नहीं हो सकी

2-पार्को में यूरिनल

योजना- इस कदम को उठाने का उद्देश्य यह था कि पार्को में आने वाली महिलाओं को सुविधा मिल सके। वर्तमान समय में किसी भी पार्क में महिलाओं के लिए प्रॉपर यूरिनल मौजूद नहीं हैं, जिससे महिलाओं को समस्याओं का सामना करना पड़ता है।

स्थिति- फिलहाल सुविधा का इंतजार

3-बेबी फीडिंग सेंटर

योजना- इस योजना को दो भागों में बांटा गया था। पहला प्रयास यह था कि सभी पार्को में बेबी फीडिंग सेंटर की सुविधा दी जाए। वहीं पिंक टॉयलेट के ऊपर भी इस तरह की व्यवस्था की जानी थी। इस कदम को ऐसे प्वाइंट पर इंप्लीमेंट किया जाना था, जहां महिलाओं का आवागमन अधिक रहता है।

स्थिति- अभी तक योजना अधर में।

4-हेल्प सेंटर

योजना- इस योजना के अंतर्गत सभी जोनल कार्यालयों में महिला हेल्प सेंटर की व्यवस्था की जानी थी। जिससे जोन कार्यालयों में आने वाली महिलाओं की निगम से जुड़ी समस्याओं का समाधान किया जा सके।

स्थिति- योजना कागजों में

मॉनीटरिंग की जरूरत

शहर सरकार की ओर से योजनाएं तो बनाई गईं लेकिन अभी तक इन्हें इंप्लीमेंट करने के लिए कोई मॉनीटरिंग सिस्टम नहीं बनाया गया। इसकी वजह से योजनाएं धरातल पर उतरती नजर नहीं आ रही हैं।

महिला सुविधाओं के मद्देनजर जो भी योजनाएं बनाई गई हैं, उन्हें जल्द से जल्द इंप्लीमेंट कराया जाएगा। हमारा प्रयास यही है कि महिलाओं को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।

संयुक्ता भाटिया, मेयर