Lucknow News: लखनऊ (ब्यूरो)। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की पांच गाडिय़ों ने करीब एक घंटा रेस्क्यू ऑपरेशन कर एक-एक कर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया। उत्कर्ष दुबे नाम का कर्मचारी का हाथ भी फैक्चर हो गया है। जबकि कुल तीन कर्मचारियों हालत बिगडऩे पर सिविल हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया। वहीं, घटना की सूचना पर डीएम सूर्यपाल गंगवार भी मौके पर पहुंचकर पीडि़तों का हाल जाना।

लोग अंदर फंसे
हादसा सोमवार शाम करीब 5.45 बजे का है। हजरतगंज स्थित नवल रोड स्थित बिल्डिंग के सेकेंड फ्लोर पर रूद्रा रियल स्टेट और पूनावाला हाउसिंग लोन का ऑफिस है। यहां काम चल रहा था। तभी रूद्र के ऑफिस से काला धुआं बाहर निकलने लगा। अंदर दीपक दीक्षित, अलका श्रीवास्तव, मंत्रा, सोनम वर्मा समेत करीब 40 कर्मचारी फंस गए। यह सब देख पूनावाला के कर्मचारी उत्कर्ष ने बाकियों को इसके बारे में जानकारी दी। देखते ही आग पूर फ्लोर पर फैल गई। दोनों ऑफिस आग की चपेट में आ गए।

खिड़की का शीशा तोड़ा
हजरतगंज सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि सूचना पर हजरतगंज फायर स्टेशन से पांच गाडिय़ां पहुंचीं और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। इसके बाद सीढिय़ां लगाकर कर्मचारी ऑफिस में दाखिल हुए और एक-एक कर बाहर निकाला गया। जांच में सामने आया कि बिल्डिंग में शार्ट सर्किट से आग लगी थी। अगर आग को सही समय पर कंट्रोल न किया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था। इसकी चपेट में केनरा बैंक समेत अन्य कंपनियों में आग फैल सकती थी।

उत्कर्ष दुबे ने बचाई जान
उत्कर्ष ने बताया कि ऑफिस में धुआं निकलते देख कंपनी को सूचना दी, अंदर कई लोग फंसे थे। बाहर निकलने का एक ही रास्ता था। यह देख खिड़की का शीशा तोड़ा और सबको बाहर निकाला। इस दौरान उनके हाथ में फैक्चर हो गया। इस दौरान 25 से 30 लोग किसी तरह जान बचाकर बाहर भागे।

ये सामान जलकर राख
आग में फाइलें, कंप्यूटर, टेबल, फर्नीचर आदि सामान जलकर रखा हुआ है। अनुमान के मुताबिक, आग से लाखों रुपये का नुकसान हुआ है।

जारी होगा नोटिस
सीएफओ ने बताया कि अभी शॉर्ट सर्किट से आग लगने की बात आई है। जांच की जा रही है। बिल्डिंग से निकलने का दूसरा रास्ता नहीं था। बिल्डिंग मालिक को नोटिस जारी किया जा रहा है। एनओसी है या नहीं इसकी भी जांच की जा रही है।