शहर में स्वस्थ मरीजों की संख्या 50 हजार पार, कई इलाकों में संक्रमण बरकरार

रुष्टयहृह्रङ्ख: राजधानी में कोरोना का प्रकोप बरकरार है। हर रोज सैकड़ों मरीज वायरस की गिरफ्त में आ रहे हैं। कई मौत का शिकार भी हो रहे हैं, वहीं ठीक होने की रफ्तार भी जारी है। गुरुवार को स्वस्थ मरीजों की संख्या 50 हजार पार हो गई। 65 वर्षीय इंदिरानगर निवासी महिला को कोरोना हो गया। दो अक्टूबर को उन्हें केजीएमयू में भर्ती कराया गया। गुरुवार सुबह छह बजे उनकी मौत हो गई। ऐसे ही शहर की 60 वर्षीय एक और महिला की कोरोना से मौत हो गई। उन्हें फेफड़े का कैंसर भी था। 24 घंटे में 403 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई, वहीं आठ की मौत हो गई।

गोमती नगर में मिले सर्वाधिक मरीज

गुरुवार को गोमती नगर में सर्वाधिक 38 मरीज मिले। इसके अलावा आशियाना में 17, इंदिरानगर में 25, आलमबाग में 20, मडि़यांव में 16, रायबरेली रोड के 28, अलीगंज में 19, जानकीपुरम में 13, महानगर में 12, चौक में 11, चिनहट में 24, कैंट में 18, तालकटोरा में 20, नाका में 11, विकासनगर में 10, ठाकुरगंज में 10 मरीज पाए गए।

458 रोगी डिस्चार्ज

गुरुवार को 458 रोगी डिस्चार्ज किए गए, वहीं कोरोना से स्वस्थ हो चुके रोगियों की संख्या 50 हजार पार हो गई। इस दौरान 8,524 लोगों के सैंपल लिए गए। उधर, 97 रोगियों को अस्पताल में शिफ्ट कराया गया। शाम तक लोहिया, केजीएमयू, पीजीआई के कोविड आईसीयू के बेड फुल हो गए।

वेंटिलेटर पर तोड़ रहे दम

कोविड अस्पतालों के आईसीयू में मरीजों की मौत का ग्राफ कम नहीं हो रहा है। वेंटिलेटर पर पहुंचे कोरोना के मरीजों की रिकवरी मुश्किल बनी हुई है। लिहाजा, हर रोज कई मरीज वायरस से दम तोड़ रहे हैं। इसमें एक कारण शुरुआती दौर में मरीज द्वारा दिक्कतों को नजरअंदाज करना है। वह होम आइसोलेशन के चक्कर में बीमारी छिपा रहे हैं।