लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने नोएडा से लखनऊ में जाली नोटों की सप्लाई करने वाले 50 हजार के इनामी को गिरफ्तार किया। आरोपी लोगों को रुपए को चार गुना करने का झांसा देकर नकली नोट थमा देता था। पीडि़त के नकली नोट देख विरोध करने पर अंडरवल्र्ड से जुड़े होने की बात कह जान से मारने की धमकी देकर चुप करा देता था। आरोपी कानपुर के गुजैनी का रहने वाला है।

प्रिंटर से नोट करता था प्रिंट

क्राइम ब्रांच प्रभारी सतीश चंद्र साहू ने बताया कि एटीएस से सूचना मिली थी कि एक गिरोह जाली मुद्रा उपलब्ध कराने का लालच देकर लोगों के रुपये चार गुना करने का झांसा देकर लूट और ठगी की घटनाओं को अंजाम दे रहा है। इस पर टीम ने मुखबिर की मदद से अवनेंद्र को गिरफ्तार किया। उसने पूछताछ में बताया कि झांसा देने के लिए वह नोट के आकार का कागज लेकर उसको डाई से नोट की तरह प्रिंट करते थे। जिसके बाद चार गुना रकम के लालच में पैसा लेकर आने वालों को थमा देते थे। यदि कोई विरोध करता था तो जान से मारने की धमकी और उल्टा उन्हें की फंसा देने की धमकी देकर चुप करा देते थे।

11 माह से पुलिस कर रही थी तलाश

मूलरूप से कानपुर गुजैनी निवासी अवनेद्र मिश्र यूपी में रकम चार गुनी करने के नाम पर लोगों को नकली नोट थमाकर असली नोट ठगने का काम करता था। नोएडा के थाना विसरख के अरिहंत अपार्टमेंट में अवनेंद्र पहचान छिपाकर रह रहा था। लखनऊ पुलिस करीब 11 महीनों से उसकी तलाश कर रही थी। वह टावर डी में 17 फ्लोर पर 1705 नंबर के फ्लैट में रह रहा था। मुखबिर की सूचना पर सोमवार देर रात पुलिस ने उसे पकड़ा। डीसीपी पूर्वी के मुताबिक, 29 अक्टूबर 2021 को एटीएस ने गोमतीनगर थाना में चार गुनी रमक का झांसा देकर लोगों का पैसा लूटने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। साथ ही दो लोगों को करीब 45 लाख की जाली करेंसी के साथ पकड़ा था। मंगलवार को लखनऊ कमिश्नरेट और गोमतीनगर क्राइम ब्रांच की टीम ने अवनेंद्र मिश्र को गिरफ्तार किया।

कई राज्यों तक फैला है नेटवर्क

गोमतीनगर इंस्पेक्टर दिनेश चंद्र मिश्र के मुताबिक, पुलिस पूछताछ में अवनेंद्र ने बताया कि वह 2013 से गिरोह बना यूपी ही नहीं एमपी, राजस्थान, गुजरात, बिहार और महाराष्ट्र तक जाली नोट का काम करता है। उसकी गैंग ने 27 अक्टूबर 2021 को प्रयागराज के एक व्यवसायी को दिल्ली में बुलाकर लगभग 90 लाख रुपए की लूट लिए थे। इस सूचना पर यूपी एटीएस की टीम ने 29 अक्टूबर 2021 को लखनऊ से इसके दो साथियों को गिरफ्तार कर 44,77,500 रुपए बरामद किए थे।