- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी बना रहे माइक्रोप्लान

- सेंटर्स और बूथ की संख्या बढ़ाई जायेगी

- सेंटर्स की गाइडलाइन का किया जा रहा इंतजार

LUCKNOW: कोरोना वायरस के खिलाफ वैक्सीनेशन का काम शुरू हो चुका है। इसके तहत पहले चरण में हेल्थ वर्कर्स और दूसरे चरण में फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लग रही है। अब तीसरे चरण के वैक्सीनेशन प्रोग्राम को लेकर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। विभाग के अधिकारियों के मुताबिक तीसरे चरण में करीब आठ लाख बुजुर्ग शामिल होंगे, जिनकी उम्र 50 से अधिक है। इसके लिए माइक्रोप्लान बनाया जा रहा है। फिलहाल अभी ये तय नही हुआ है कि किस आईडी प्रूफ को दिखाकर वैक्सीन लगेगी।

बनाया जा रहा माइक्रो प्लान

सेंट्रल गवर्नमेंट द्वारा तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के तहत 50 वर्ष से ऊपर के लोगों को मार्च में वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसको लेकर राज्यों में तैयारी तेज हो गई है। सीएमओ डॉ। संजय भटनागर के मुताबिक तीसरे चरण में 50 साल से ऊपर वाले बुजुर्ग और गंभीर बीमारी से जूझ रहे जरूरतमंदों को शामिल किया जाएगा। एक अनुमान के मुताबिक इस चरण में पहले से करीब दस गुना लोगों को कोरोना वैक्सीन लगाई जायेगी। ऐसे में पहले के मुकाबले वैक्सीनेशन सेंटर्स के साथ बूथों की संख्या बढ़ाई जायेगी।

जरूरत पर वार्ड स्तर पर बन सकते हैं बूथ

सीएमओ ने बताया कि वैक्सीन लाभार्थियों की अधिक संख्या को देखते हुए, जरूरत पड़ने पर वार्डो के हिसाब से बूथ बनाए जा सकते हैं। फिलहाल सेंट्रल से आने वाली गाइडलाइन का इंतजार किया जा रहा है क्योंकि अभी यह तय नहीं हुआ है कि पोर्टल पर नाम किस आईडी प्रूफ के तहत अपलोड किए जाएंगे। गाइडलाइंस आते ही नाम अपलोड करने का काम शुरू कर दिया जाएगा।

कोट

तीसरे चरण के वैक्सीनेशन के लिए माइक्रो प्लान तैयार किया जा रहा है। एक अनुमान के मुताबिक लाभार्थियों की संख्या करीब आठ लाख तक हो सकती है।

- डॉ। संजय भटनागर, सीएमओ