लखनऊ (ब्यूरो)। ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा के पावन अवसर पर रविवार को डालीगंज में स्थित प्राचीन श्री मनकामेश्वर मंदिर के उपवन घाट पर नमोस्तुते मां गोमती की आरती विधि विधान से की गई। मंदिर की श्री महंत देव्यागिरी महाराज के सानिध्य में 11 वेदियों से आरती की गई। शंख-घंटों और मंत्रोच्चारण की ध्वनि से तट का वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो गया। इस अवसर पर श्रीमहंत ने कबीर दास जी का स्मरण करते हुए उनके चित्र पर माल्यार्पण किया। वहीं, वहां मौजूद महिलाओं ने कबीर दास जी के दोहे और भजन गाए।

भव्य रंगोली बनाई गई

मंदिर की ओर से प्रत्येक माह की पूर्णिमा पर होने वाली आरती की कड़ी मेें ज्येष्ठ की पूर्णिमा को भी भव्य आरती हुई। गौरजा गिरि ने आरती के समय मंत्रोच्चार किया और पूजन संपन्न कराया। इससे पहले मंदिर की मुख्य कार्यकर्ता उपमा पांडेय सहित अन्य सेवादारों सुनीता, पूजा, नीतू शर्मा व लक्ष्मी ने वेदियों पर रंगोली सजाई और दीप प्रज्ज्वलित किए गए। वेदियों से गौरव शुक्ल, रवि, प्रमोद, अनूप, हिमांशु प्रदीप, अश्वनी तरुण व सचिन प्रखर ने आरती की।

गोमा की स्वच्छता का संकल्प

आरती में शामिल होने आए श्रद्धालुओं ने गोमती स्वच्छता का भी संकल्प लिया। वही, श्री महंत देव्यागिरी ने कबीरदास को याद करते हुए कहा कि वह एक बहुत बड़े समाज सुधाकर थे। समाज के पाखंड पर उन्होंने जबर्दस्त कटाक्ष किया था। समाज को एक दिशा देने के काम किया। आज उनकी पावन जयंती पर हम उन्हें नमन करते हैं।

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भंडारे के साथ हनुमत महायज्ञ संपन्न

आईआईएम रोड के सरौरा गांव स्थित बड़ी भुय्यन माता मंदिर में 11 दिवसीय श्री हनुमत महायज्ञ रविवार को पूर्णाहूति व भव्य भंडारे के साथ संपन्न हुआ। इस अवसर पर 108 फीट ऊंची धर्मध्वजा से सुसज्जजित मंदिर यज्ञ स्थल मंत्रोच्चार और शंखों की तीव्र ध्वनियों से गुंजायमान रहा। इससे पहले मंदिर में माता सेवक तपस्वी नागा साधु आनंद गिरि के सानिध्य, आचार्य शिवाकांत द्विवेदी के नेतृत्व में अन्य पुरोहितों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ विधि विधान से पूजा अर्चना कर हवन का कार्य संपन्न कराया गया। साथ ही मंदिर में बजरंगबली की मूर्ति स्थापित की गई, जिसके बाद यहां भव्य भंडारे का आयोजन किया गया।