लखनऊ (ब्यूरो)। केजीएमयू के स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग क्वीन मेरी के ऑपरेशन थियेटर ब्लॉक का एसी बीते पांच दिनों से खराब है। जिससे डॉक्टर और अन्य स्टॉफ को गर्मी व उमस में रहकर ऑपरेशन करने को मजबूर है। साथ ही इंफेक्शन फैलने का भी खतरा बना हुआ है। ऐसे में स्टॉफ के साथ मरीजों पर खतरा बढ़ गया है। वहीं, संस्थान प्रशासन के मुताबिक मेंटीनेंस के लिए लिखा गया है। जल्द ही एसी ठीक हो जाएगा।

जल्द ठीक हो जाएगा एसी

क्वीन मेरी में चार इमरजेंसी ओटी संचालित होती है। यहां पर रोजाना 10-15 के करीब छोटे-बड़े ऑपरेशन होते है। लेकिन, बीते पांच दिनों से इमरजेंसी ब्लॉक और दो ओटी का एसी मेंटिनेंस के अभाव में कूलिंग करना बंद कर दिया है। जिसकी वजह से डॉक्टरों को गर्मी और उमस में ऑपरेशन करना पड़ रहा है। ऐसे में संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है। विभागाध्यक्ष डॉ। एसपी जैसवार के मुताबिक एसी की मेंटिनेंस के लिए लिखा गया है। जल्द ही उसी ठीक हो जाएगा।

मरीजों को एक्स-रे के लिए नहीं करना होगा लंबा इंतजार

केजीएमयू में अब गंभीर मरीजों को एक्स-रे करवाने के लिए अधिक इंतजार नहीं करना पड़ेगा। संस्थान के रेडियोडायग्नोसिस विभाग को पांच लेटेस्ट पोर्टेबल एक्स-रे मशीनें मिली हैं, जो मरीजों की देखभाल की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। विभागाध्यक्ष डॉ। अनित परिहार ने बताया कि ये नई मशीनें डॉक्टरों को उन मरीजों पर एक्स-रे करने की सुविधा देंगी, जो चलने या उठने में असमर्थ हैं या अन्य किसी गंभीर बीमारी की अवस्था में हैं। ये नए उपकरण नियमित रूप से विभिन्न विशेषज्ञ विभागों जैसे कि पीडियाट्रिक सर्जरी, रेस्पेरेट्री, न्यूरोसर्जरी और कार्डियोलॉजी में प्रयोग होंगे। ये मशीनें शताब्दी फेज 2 समेत अन्य विभागों में मरीजों की जांच में काम आयेंगी। वहीं, वीसी डॉ। बिपिन पुरी ने रेडियोडायग्नोसिस विभाग की इस उल्लेखनीय उपलब्धि की सराहना की। अब मरीजों को एक्स-रे के लिए अधिक समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा और कठिन परिस्थितियों में भी सुचारू उपचार अनुभव की उम्मीद की जा सकती है। इस दौरान डॉ। मनोज कुमार, डॉ। दुर्गेश द्विवेदी, डॉ। प्रियंका यादव आदि मौजूद रहे।