लखनऊ (ब्यूरो)। बीते गुरुवार पीजीआई थानाक्षेत्र अंतर्गत एल्डिको सौभाग्यम चौराहे के पास कार से कुचलने से मासूम उत्कर्ष की मौत हो गई थी। मामले में शुक्रवार को पीजीआई थाना पुलिस ने आरोपी चालक को 24 घंटे के भीतर बहराइच से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की जांच में सामने आया कि आरोपी का नाम प्रणव तिवारी है और वह वृंदावन सेक्टर-19 में रहता है। वह एक कंस्ट्रक्शन कंपनी में बतौर सिविल इंजीनियर काम करता है। पकड़े गए आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है।

नंबर से आरोपी तक पहुंची पुलिस

हादसे के बाद पुलिस ने सबसे पहले एल्डिको सौभाग्यम चौराहे के पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। यहां लगे कैमरे से साफ हुआ कि हादसा हुंडई आई-20 कार से हादसा हुआ। इसका नंबर नोएडा का था। शुरुआती जांच में कार का पूरा नंबर न होने से आरोपी चालक की पहचान कर पाना थोड़ा मुश्किल लग रहा था। इसके बाद टीम ने वृंदावन योजना समेत अन्य जगहों के तकरीबन 35 कैमरों को खंगाला, यहां पुलिस को कार का पूरा नंबर क्लियर हो पाया। जिसके बाद पुलिस गाड़ी मालिक का नाम और एड्रेस ट्रेस कर सकी।

गैरइरादतन हत्या का केस

कार नंबर के आधार पर पुलिस मालिक को थाने बुलाने का प्रयास कर रही थी। इस दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी चालक हादसे के बाद बहराइच में अपने किसी जानकर के पास चला गया है। जिसके बाद पुलिस की टीम आरोपी को पकड़ने के लिए बहराइच रवाना हो गई थी। आरोपी को गिरफ्तार कर लखनऊ लाया गया है। पीजीआई थाना पुलिस आरोपी के खिलाफ गैरइरादतन हत्या के तहत केस दर्ज किया है।

अचानक एक्टिवा आने से हुआ हादसा

पुलिस के मुताबिक, आरोपी चालक से पूछताछ में सामने आया कि वह किसी काम से जा रहा था। तभी चौराहे के पास अचानक एक्टिवा आ गई, जिससे हादसा हो गया।

नित्या की हालत गंभीर

हादसे के बाद उत्कर्ष की मां गोल्डी और बहन नित्या को पीजीआई ट्रामा में एडमिट कराया गया था। बताया गया कि शुक्रवार को गोल्डी को हॉस्पिटल से छुट्टी दे दी गई। वहीं, नित्या की हालत अभी क्रिटिकल बनी हुई है। वहीं, उत्कर्ष की मौत के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।

यह था मामला

गुरुवार दोपहर करीब 2.35 बजे पीजीआई थाना क्षेत्र के सेक्टर-10 वृंदावन योजना निवासी नरेंद्र कुमार की पत्नी गोल्डी सेक्टर-9 स्थित लखनऊ पब्लिक स्कूल में बच्चों की छुुट्टी होने पर एक्टिवा से उन्हें घर लेकर आ रही थी। एल्डिको सौभाग्यम के पास चौराहा क्रॉस करने के दौरान एक कार ने उनकी एक्टिवा को जोरदार टक्कर मार दी, जिससे उनके बेटे उत्कर्ष की मौत हो गई, जबकि गोल्डी और उनकी बेटी गंभीर रूप से घायल हो गई थी।