लखनऊ (ब्यूरो)। हड्डी की विभिन्न बीमारियों से ग्रसित मरीजों के लिए राहत भरी खबर है। केजीएमयू में अब हड्डी रोगों को पहले से अधिक एडवांस्ड इलाज की सुविधा मिलेगी। क्योंकि यहां बन रहे सेंटर फॉर ऑर्थोपैडिक सुपर स्पेशिलिटी का निर्माणकार्य आखिरी चरण में पहुंच गया है। अधिकारियों के मुताबिक, अगले दो माह के भीतर सेंटर शुरू हो सकता है। वहीं, सेंटर के लिए मंगलवार को शासन द्वारा अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक खर्च धनराशि के जीएसटी मद में 4.28 करोड़ रुपए की धनराशि जारी करने को हरी झंडी दे दी है। जिससे इस सेंटर को और बेहतर तरीके से चलाने में मदद मिलेगी। इसका सीधा फायदा मरीजों को मिलेगा।

नी-हिप रिप्लेसमेंट का अलग विभाग
केजीएमयू के लिंब सेंटर के पीछे नवीन ऑर्थो सेंटर बन रहा है। सेंटर का मेन गेट बनाया जा रहा है। साथ ही लिंब सेंटर व नए भवन को जोड़ने के लिए ब्रिज बनाया जाना है। इसके अलावा फर्नीचर आदि का थोड़ा काम बचा हुआ है। सेंटर बनने से एक छत के नीचे हड्डी रोगों के आधुनिक इलाज के लिए सुपर स्पेशिलिटी विभाग व यूनिट खुलेंगी। इसमें स्पाइन सेंटर भी होगा। इसके अलावा, आर्थोप्लास्टी विभाग भी होगा। जिसमें नी एंड हिप रिप्लेसमेंट की अलग से एडवांस्ड ट्रीटमेंट की सुविधा मिलेगी। अभी इसकी सर्जरी आर्थोपेडिक्स सर्जरी विभाग में की जा रही है। विभाग में फर्स्ट फेज के तहत 60 बेड की यूनिट होगी। इसके अलावा पीडियाट्रिक आर्थोपैडिक्स, स्पाइन सेंटर व स्पोर्ट्स मेडिसिन विभाग खुलेंगे। सभी में 60-60 बेड होंगे। यहां एचडीयू व आईसीयू बेड शामिल हैं। ऐसे में मरीजों को सभी हड्डी रोगों का इलाज एक ही जगह पर मिलेगा।