LUCKNOW NEWS: लखनऊ (ब्यूरो)। उप्र लिफ्ट एंड एस्केलेटर बिल-2024 पारित होने के बाद अपार्टमेंट में रहने वालों को लिफ्ट के दर्द से राहत मिलने जा रही है। आलम यह है कि अभी भरपूर पैसा जमा कराए जाने के बाद भी लिफ्ट व्यवस्था आवंटी की टेंशन बढ़ाए रहती थी। आए दिन कोई न कोई आवंटी लिफ्ट में फंस जाता था। हालांकि अब आवंटियों का एक ही सवाल है कि एलडीए की ओर से इस व्यवस्था को अब कब से बेहतर बनाया जाएगा।

अभी मॉनीटरिंग सिस्टम नहीं
अपार्टमेंट्स में फ्लैट्स और ब्लॉक की संख्या के आधार पर आठ से 20 लिफ्ट तो लगा दी गई थीं लेकिन इनकी मॉनीटरिंग की कोई व्यवस्था नहीं की गई। जिससे किसी अपार्टमेंट में लिफ्ट की समस्या सामने आने पर इसे दूर कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ता था। जिन अपार्टमेंट्स में आरडब्ल्यूए है, वहां की स्थिति जरूर कुछ बेहतर कही जा सकती है।

अक्सर लिफ्ट में फंसते हैैं लोग
जानकीपुरम विस्तार के अपार्टमेंट्स हों या गोमती नगर विस्तार के, सभी अपार्टमेंट्स में लिफ्ट खराब होने और उसमें आवंटियों के फंसने की समस्या आती रहती है। इसके बावजूद एलडीए की ओर से इस समस्या को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए जाते।

तीन साल के लिए जमा होती राशि
एलडीए की ओर से मेंटीनेंस चार्ज के नाम पर फ्लैट साइज के हिसाब से संबंधित आवंटी से तीन साल के लिए एक मुश्त धनराशि जमा कराई जाती है। इसमें लिफ्ट मेंटीनेंस का भी चार्ज शामिल है। अपार्टमेंट एक्ट के अनुसार, हर माह एक बार तो लिफ्ट का मेंटीनेंस कराया जाना चाहिए, लेकिन आलम यह है कि यहां पर लिफ्ट खराब होने पर ही मेंटीनेंस के नाम पर खानापूर्ति की जाती है।

प्रॉपर मेंटीनेंस की जरूरत
कई अपार्टमेंट्स में लिफ्ट में कैमरे तक नहीं लगे हुए हैैं और न ही कोई अटेंडेंट है। अगर यहां कोई व्यक्ति लिफ्ट में फंस जाता है तो संबंधित अपार्टमेंट में रहने वाले आवंटियों को ही लिफ्ट में फंसे व्यक्ति को बाहर निकालना पड़ता है। ऐसा पहले सृष्टि, स्मृति और ग्रीनवुड अपार्टमेंट में देखा जा चुका है।


लिफ्ट मेंटीनेंस के नाम पर आवंटियों से एकमुश्त धनराशि तो जमा कराई जाती है लेकिन लिफ्ट का प्रॉपर मेंटीनेंस नहीं कराया जाता है। आए दिन लिफ्ट खराब होती हैैं। लिफ्ट एंड एस्केलेटर बिल से अब उम्मीद जगी है।
-विवेक शर्मा, आवंटी

किसी भी अपार्टमेंट में लिफ्ट व्यवस्था बेहतर होनी चाहिए। अगर लिफ्ट सुविधा बेहतर नहीं होगी तो आवंटियों को परेशान होना पड़ेगा। उम्मीद है जल्द लिफ्ट की व्यवस्था बेहतर हो जाएगी।
केबी सिंह, आवंटी