लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में इलेक्ट्रिक बसों के नेटवर्क व कनेक्टिविटी में इजाफा करने की दिशा में काम किया जा रहा है। इसी के तहत यात्रियों को ई-बसों का सुगम और आरामदायक सफर के लिए राजधानी में विशेष सर्वे कराया जाएगा। यह सर्वे नगरीय परिवहन निदेशालय की ओर से एक निजी कंपनी करेगी और दो माह में सर्वे पूरा कर रिर्पोट देगी। जिसके बाद नई ई-बसों का संचालन किया जाएगा।

325 ई-बसें मिलनी है

शासन द्वारा हाल में लखनऊ समेत 17 नगर निगमों में 1525 नई ई-बसे के संचालन की मंजूरी दी है। लखनऊ को 325 ई-बसें मिलेंगी। इन बसों को अगले तीन-चार माह में खरीदा जाएगा। ये बसें राजधानी के किन रूटों से कनेक्ट करेंगी, इसे लेकर सर्व कराया जाएगा, जो यात्री लोड, कनेक्टिविटी, समय आदि बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए किया जाएगा। ताकि लखनऊ के हर हिस्सों पर इलेक्ट्रिक बसों की सेवाएं पहुंच सके। जिसका सीधा फायदा दैनिक यात्रियों को मिलेगा।

इन रूटों पर शुरू होगा सर्वे

ई-बसों के संचालन को लेकर सर्वे की कवायद शुरू कर दी गई है। जिसके तहत शुरुआत में तीन रूटों को चिन्हित किया गया है। यह सर्वे कैसरबाग से लेकर ब्रह्म विद्यालय, आमानीगंज और महगवारा के बीच कराया जाएगा। यह रूट राजधानी को बख्शी का तालाब इलाके से जोडऩे का काम करेगा। कई अन्य रूटों पर भी सर्वे कराने की तैयारी विभाग द्वारा की जा रही है, ताकि ई-बसों का अधिक से अधिक रूटों पर कनेक्टिविटी बढ़ाई जा सके।

नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदने की मंजूरी मिल है। तीन से चार महीने में बसें आ जाएंगी। इसके पहले रूटों का सर्वे कराया जाएगा, ताकि आम जनता को ई-बसों की सुविधाओं की फायदा मिल सके।

-टीके बिसेन, संयुक्त निदेशक, नगरीय परिवहन निदेशालय