- लखनऊ यूनिवर्सिटी ने तैयार किया चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम

LUCKNOW: नई शिक्षा नीति के अंतर्गत लखनऊ यूनिवर्सिटी ने चार वर्षीय स्नातक का नया पाठ्यक्रम तैयार कर लिया है। इसमें स्टूडेंट्स 192 क्रडिट प्राप्त करेंगे। कोर्स पूरा करने के बाद स्टूडेंट्स को बैचलर डिग्री विद रिसर्च की उपाधि दी जाएगी। एलयू के प्रवक्ता डॉ। दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के निर्देशों के तहत विषयों में अंत: विभागीय और अंतर विभागीय विकल्प छात्रों को दिए जाएंगे।

वोकेशनल कोर्स भी शामिल

चार वर्षो में स्टूडेंट्स मेजर वन, मेजर-टू, माइनर, को-करिकुलर कोर्स और वोकेशनल कोर्स पढ़ेंगे। मेजर वन में 20 पेपर की पढ़ाई होगी, सभी पेपरों में चार क्रेडिट दिए जाएंगे। मेजर टू में 12 पेपर और माइनर में चार पेपर होंगे। पहले सेमेस्टर में दो मेजर वन पेपर, दो मेजर 2 के पेपर, 1 माइनर पेपर और 1 को-करिकुलर कोर्स के साथ 24 क्रेडिट की पढ़ाई होगी।

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कोर्स के प्रमुख बिंदु

- दूसरे सेमेस्टर में दो मेजर वन पेपर, दो मेजर दो के पेपर, एक माइनर पेपर और एक वोकेशनल कोर्स के साथ 24 क्रेडिट की पढ़ाई। पहले वर्ष की पढ़ाई पूरी करने के बाद स्टूडेंट सर्टिफिकेट की डिग्री लेकर पढ़ाई छोड़ सकते हैं और किसी नए कोर्स में सíटफिकेट ले सकते हैं।

- सेमेस्टर तीन और चार में भी मेजर वन और मेजर टू के दो-दो पेपर, एक माइनर पेपर, एक को-करिकुलर कोर्स और एक वोकेशनल कोर्स शामिल होगा। दूसरे वर्ष की पढ़ाई पूरी करने पर डिप्लोमा की डिग्री।

-तीसरे साल में स्टूडेंट को पांचवें सेमेस्टर के तीन पेपर होंगे दो पेपर मेजर टू के और एक इंटर्नशिप या टर्म पेपर और एक माइनर प्रोजेक्ट सबमिट करना होगा।

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रिसर्च के सिद्धांत से होंगे रूबरू

तीसरे साल के बाद स्टूडेंट स्नातककी डिग्री लेने में समर्थ होगा। चौथे साल में सातवें सेमेस्टर में स्टूडेंट को रिसर्च मेथाडोलॉजी के पेपर से शोध के सिद्धांतों से अवगत कराया जाएगा। आठवें सेमेस्टर में स्टूडेंट एक मेजर प्रोजेक्ट करेंगे जो 24 क्रेडिट का होगा। इन दोनों सेमेस्टरों को पूरा करने के बाद स्टूडेंट को चौथे साल की शिक्षा पूरी होने पर बैचलर डिग्री विद रिसर्च से नवाजा जाएगा।