- सांस्कृतिक संध्या में कोलकाता से आये कलाकारों ने मचाई धूम

LUCKNOW: बंगाली नववर्ष के मौके पर गुरुवार को हीवेट रोड स्थित बंगाली क्लब में सांस्कृति संध्या का आयोजन किया। इस मौके पर बंगाली समाज के लोग भारी संख्या में मौजूद रहे।

कोलकाता के बैंड ने बांधा समां

कार्यक्रम में कोलकाता से आये बैंड ने अपनी धुनों पर लोगों को झूमने पर मजबूर कर दिया। बैंड ने कई बेहतरीन धुनें बजाकर श्रोताओं का काफी मनोरंजन किया।

छाये रहे शोहम चटर्जी

बांग्ला सारेगामापा लिटिल चैंप के फाइनलिस्ट रहे शोहम चटर्जी ने अपनी आवाज का जादू ऐसा बिखेरा की हर कोई उनके संग झूमने लगा। शोहम ने एक के बाद एक बेहतरीन बंगाली फोक सांग सुनाया। उन्होंने 'जी बोने कि पाबो न' गाना गाकर लोगों को लाइफ में क्या मिला क्या खोया को छोड़कर वर्तमान में जीने की बात कही। तो वहीं 'अमर भीतरो बाही रे' गाया तो लोगों ने तालियां बजाकर उनका साथ दिया।

कोलकाता का जीवंत वर्णन

कोलकाता से आये नाद बैंड के लीड सिंगर शोमू भट्टाचार्य ने अपने द्वारा बनाये गये सांग 'चाई तो माई' सुनाया तो मैदान में मौजूद सभी लोगों को कोलकाता का दृश्य सामने आने लगा। उन्होंने अपने सांग में कोलकाता में रहने वाले लोगों के जीवन का गायिकी जरिये ऐसा चित्रण किया कि हर कोई उनके साथ कोलकाता की यादों में खो गया। इसके बाद उन्होंने एक से बढ़कर एक प्रस्तुति दी।

पोएला बोइशाख

पश्चिम बंगाल व देश के कोने में रहने वाले बंगाली समुदाय के लोग पोएला बोइशाख को नव वर्ष के रूप में मनाते हैं। क्योंकि बंगाली कैलेंडर में नए साल की शुरुआत होती है। पूरे बंगाल में इस दिन को बड़े धूमधाम से मनाते है। इसके अलावा अलग-अलग प्रदेशों में रह रहे बंगाली समुदाय के लोग भी इस पर्व को बडे़ हर्षोउल्लास के साथ मनाते हैं।