- जेसीपी लॉ एंड आर्डर के नेतृत्व में पुलिस ने एक साथ 620 बैंकों की परखी सुरक्षा व्यवस्था

- रियल्टी चेक में सुरक्षा को लेकर बैंकों की लापरवाही आई सामने

किस जोन में कितनी बैंकों की हुई चेकिंग

जोन बैंक

पूर्वी 170

उत्तरी 147

पश्चिमी 95

मध्य 154

दक्षिणी 54

LUCKNOW : शहर में बैंकों की सुरक्षा भगवान भरोसे है। कहीं अलार्म सिस्टम फेल मिला तो कहीं सुरक्षा संबंधित उपकरण खराब थे। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा के नेतृत्व में गुरुवार को स्पेशल चेकिंग अभियान चलाया गया। इस दौरान पांच जोन के 620 बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था परखी गई। चेकिंग के दौरान कई बैंकों में अलार्म और सीसीटीवी कैमरे समेत अन्य सुरक्षा कवच भगवान भरोसे मिले। कर्मचारी और गार्ड भी सुरक्षा को लेकर प्रशिक्षित नहीं दिखे। बैंकों में सुरक्षा को लेकर लापरवाही सामने आने पर जेसीपी ने सभी को हिदायत दी।

पांच जोन में एक साथ चला अभियान

ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर लॉ एंड आर्डर नवीन अरोड़ा ने बताया कि गुरुवार को सभी जोन के बैंकों में चेकिंग अभियान चलाया गया। गुरुवार को सुबह 10 बजे से लेकर दोपहर 12 बजे तक स्पेशल चेकिंग में जेसीपी के मुताबिक कमिश्नरेट सिस्टम लागू होने के बाद यह चौथा सबसे और बड़ा अभियान था, जिसमे पांच जोन के डीसीपी, एडीसीपी, एसीपी और इंस्पेक्टर से लेकर चौकी प्रभारियों ने बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था परखी।

इंस्पेक्टर का नंबर नहीं बता सके मैनेजर

अभियान का नेतृत्व कर रहे ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया व इंडियन बैंक की हजरतगंज ब्रांच में चेकिंग की। इस दौरान बैंक प्रबंधक सिक्योरिटी, अलार्म, फायर ऑडिट रजिस्टर नहीं दिखा सके। इतना ही नहीं मैनेजर के पास स्थानीय थाने के इंस्पेक्टर का भी नंबर नहीं था। स्मोक डिटेक्टर खराब देख जेसीपी ने नाराजगी जताई। जेसीपी ने बताया कि लूट या आग लगने पर क्या सावधानी बरतनी चाहिए यह भी जानकारी कैशियर से लेकर सुरक्षा गार्ड को नहीं थी। बैंकों में मॉर्क ड्रिल न होने से भी जेसीपी ने नाराजगी जताई। जेसीपी ने कड़े शब्दों में कहा कि बैंक की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है यदि स्वयं सुरक्षा नहीं कर सकते हैं तो पुलिस की मदद लें।

काउंटर में खड़े लोगों से भी पूछताछ

बैंकों में लगे सीसीटीवी कैमरों व आपातकालीन अलार्म की जांच के साथ जमा व निकासी काउंटर पर पहुंचे ग्राहकों से पूछताछ भी की। कर्मचारियों से भी आवश्यक जानकारी ली गई। इस दौरान बैंक के कर्मचारियों को भी सुरक्षा को लेकर जागरूक किया गया। कोई संदिग्ध नजर आए तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें।

इन बिंदुओं पर रहा चेकिंग अभियान

- बैंकों की सुरक्षा ऑडिट रिपोर्ट

- सीसीटीवी कैमरों का फीड

- स्मोक अलार्म, फायर अलार्म की कार्यशीलता

-कर्मचारियों का इन्हें बुझाने की जानकारी

- आग लगने व लूट जैसी अप्रत्याशित घटना के बाद बैंक मैनेजर, कर्मियों व सुरक्षा गार्ड द्वारा की जाने वाली कार्रवाई

- चेस्ट के समक्ष व अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों एवं सेंसर्स की मानीटरिंग,

- हेडक्वार्टर एवं पुलिस थानों से हॉट लाइन कनेक्टिविटी

- अलार्म के सुनाई देने की दूरी, हेड ऑफिस का रिस्पांस