लखनऊ (ब्यूरो)। परिसर में जगह-जगह लगे पोस्टरों में हिंदू देवी-देवताओं को न मानने की बात कहते हुए कई विवादित बातें लिखी हैं। जैसे ही इसका पता एबीवीपी को चला उनके कार्यकर्ता वीसी का घेराव करने पहुंच गए। वीसी वहां से जा चुके थे, इससे नाराज कार्यकर्ताओं ने वहीं धरना शुरू कर दिया।

माहौल बिगाड़ने की कोशिश

संगठन के प्रांत संयोजक उज्जवल श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि यूनिवर्सिटी में आए दिन एक विशेष छात्र संगठन धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम किया जाता है। कुछ देर बाद कुलानुशासक और सुरक्षा अधिकारी ने मौके पर समझा बुझाकर धरना खत्म कराया। बाद में मुलाकात के दौरान वीसी प्रो। संजय सिंह ने न्याय का भरोसा दिया। धरने में प्रांत कार्यकारिणी सदस्य संतोष शुक्ला, महानगर मंत्री सिद्धार्थ, अपूर्व सिंह, आदि मौजूद थे।

धार्मिक भावनाएं आहत नहीं

वहीं दलित छात्र नेता बसंत कन्नौजिया का कहना है कि पोस्टर किसी की धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए नहीं लगाया गया है। इसमें बाबा साहेब की 22 प्रतिज्ञा का जिक्र है। उनकी प्रतिज्ञा अगर उनकीही यूनिवर्सिटी में नहीं लगाई जा सकती हैं तो कहां लगेंगी।