लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए की ओर से सीजी सिटी योजना के डेवलपमेंट पर फोकस किया जा रहा है। एलडीए ने यहां किए जाने वाले डेेवलपमेंट कार्यों को लेकर कार्ययोजना भी तैयार कर ली है और उसके आधार पर काम शुरू करा दिए हैैं। पब्लिक की सुविधा को ध्यान में रखते हुए यहां पर म्यूजिकल पार्क और फूड जोन की व्यवस्था की जा रही है, ताकि यहां आने वाले लोग क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकें।

33 एकड़ में वेटलैैंड झील

सीजी सिटी में ही करीब 33 एकड़ में वेटलैैंड झील डेवलप की जा रही है। झील में बोटिंग की सुविधा भी दी जाएगी। यहां पर करीब 16 एकड़ में म्यूजिकल पार्क भी विकसित किया जाएगा। इस सेगमेंट को इस तरह से डेवलप किया जाएगा कि यहां पर बच्चों के कदम के आधार पर म्यूजिक बजेगा। यहां पर ओपन एयर थियेटर की भी सुविधा दी जाएगी और फूड कोर्ट भी डेवलप किया जाएगा। एलडीए प्रशासन की ओर से इस योजना को हाईटेक रूप से डेवलप करने की तैयारी की जा रही है।

काम हो चुका है शुरू

एलडीए वीसी डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी का कहना है कि सीजी सिटी में विकास कार्यों को डेवलप करने के लिए कार्य शुरू कराया जा चुका है। प्रयास यही किया जा रहा है कि जल्द से जल्द सभी सुविधाएं यहां डेवलप हो जाएं, जिससे पब्लिक क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सके। उनका यह भी कहना है कि अन्य योजनाओं में भी कई विकास कार्य कराए जाने की तैयारी की गई है, जिसमें मुख्य रूप से फुटपाथ डेवलपमेंट शामिल है। अगर किसी योजना में अतिक्रमण की समस्या है तो उसे भी हटवाया जाएगा, इसके लिए सर्वे का कार्य जल्द शुरू कराया जाएगा।

साफ-सफाई व्यवस्था पर फोकस

एलडीए की ओर से अपने पार्कों में साफ-सफाई व्यवस्था पर विशेष फोकस किया जा रहा है। जिससे पार्कों में आने वाली पब्लिक को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैैं कि पार्कों के अंदर प्रॉपर डस्टबिन की भी व्यवस्था की जाए, जिससे पार्कों में आने वाले लोग इधर-उधर वेस्ट न फेंके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैैं कि पार्कों में आने वाले लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जाए। पार्कों में हरियाली पर भी विशेष फोकस किया जाएगा।

नियमित मॉनीटरिंग होगी

वीसी की ओर से यह भी निर्देश दिए गए हैैं कि प्राधिकरण की जिन योजनाओं में डेवलपमेंट संबंधी कार्य किए जा रहे हैैं, उनकी नियमित रूप से मॉनीटरिंग भी की जाएगी। जिससे किसी भी कार्य में लापरवाही सामने न आ सके। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैैं कि जल्द से जल्द मॉनीटरिंग टीमों का गठन किया जा रहा है, जिनके माध्यम से एक-एक विकास कार्य पर नजर रखी जाएगी। वे खुद ही समय-समय पर समीक्षा बैठक कर विकास कार्यों के स्टेटस की जांच करेंगे और अगर लापरवाही मिलती है तो तत्काल संबंधित के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।