लखनऊ (ब्यूरो)। पारा के सुलेमपुर पतौरा में ज्ञानवती अपने परिवार के साथ रहती है। ज्ञानवती के पति स्व। राजेंद्र की मौत हो चुकी है और परिवार में उनका बेटा रजनीश (24), मनीष व बेटी आशमी है। रजनीश शकुंतला यूनिवर्सिटी से इसी वर्ष बीए की पढ़ाई खत्म कर नौकरी की तलाश कर रहा था। भाई मनीष का कहना है कि रजनीश बुधवार सुबह 11 बजे घर से सामान खरीदने की बात कहकर निकला था, जिसके बाद वह दोबारा वापस नहीं लौटा। देर शाम तक उसके वापस न लौटने पर परिजन परेशान होने लगे और आस-पास के रिश्तेदारों के घर जाकर उसकी तलाश की, लेकिन रजनीश का पता नहीं चला।

सुबह दर्ज कराई थी गुमशुदगी

रात भर रजनीश की तलाश के बाद भी जब उसका कुछ पता नहीं चला तो भाई मनीष ने पारा थाने में जाकर रजनीश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। मनीष ने एरिया के जगदेव यादव के परिवार पर शक जताया था। भाई मनीष के अनुसार जगदेव यादव के बेटे प्रवेश यादव उर्फ भोला की बेटी नैना से रजनीश के प्रेम संबंध थे।

घर के सेफ्टी टैैंक में मिली डेडबॉडी

रजनीश के परिवार को उसके रहस्यमय हालत में लापता होने के पीछे नैना के परिवार पर शक था। बुधवार दोपहर वह नैना के घर पर भी गए थे, लेकिन वहां ताला लगा मिला था। गुरुवार सुबह गुमशुदगी दर्ज कराने के बाद उन्होंने पारा पुलिस से इसकी आशंका जताई। गुरुवार शाम पारा पुलिस जब नैना के घर पहुंची और उसके घर की तलाशी ली तो सेफ्टी टैैंक में रजनीश की लाश लटकती हुई थी। उसका दाहिना कान कटा हुआ था और सिर व शरीर पर कई जख्म भी मिले हैं।

लाश को ठिकाने लगाने की थी योजना

पुलिस के अनुसार रजनीश की हत्या नैना के घर पर ही की गई थी। पहले परिजनों ने नैना के जरिए रजनीश को घर बुलाया और फिर उसकी हत्या कर दी। दिन के उजाले में उसकी लाश ठिकाने नहीं लगा सकते थे इसलिए उसकी लाश सेफ्टी टैैंक में लटका दी। पुलिस का अनुमान है कि रात में उसकी लाश को ठिकाने लगाने की योजना था। इससे पहले ही पुलिस ने उसकी लाश बरामद कर ली।

प्रेमिका समेत चार हिरासत में

प्रेमिका नैना के घर से रजनीश की लाश बरामद होने के साथ पारा पुलिस ने नैना उसके पिता प्रवेश उर्फ भोला यादव, चाचा सुनील व भाई प्रवीण यादव को हिरासत में ले लिया है। चारों से पूछताछ की जा रही है। पारा इंस्पेक्टर राजेश कुमार का कहना है कि रजनीश की हत्या प्रेस प्रसंग के चलते हुई है। नैना ने परिजनों के कहने पर रजनीश को बुलाया था और फिर उसकी हत्या कर दी।