- प्रदेश में पहली बार किसी मरीज का इस तकनीक से किया गया ऑपरेशन

- बलिया निवासी महिला को पूरी तरह ठीक होने के बाद किया गया डिस्चार्ज

LUCKNOW: लोहिया संस्थान के न्यूरो सर्जरी विभाग के डॉक्टर्स ने दिमाग की जटिल सर्जरी कर 46 वर्षीय महिला को नया जीवन देने का काम किया है। ब्रेन स्ट्रोक की शिकार इस महिला की सर्जरी शील्ड डिवाइस तकनीक से की गई, जिसका यूपी में पहली बार प्रयोग किया गया है। महिला को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज कर दिया गया है।

बेहोशी की हालत में आई थी

लोहिया संस्थान के न्यूरो सर्जरी विभाग के एचओडी डॉ। दीपक कुमार ने बताया कि 10 दिन पूर्व बलिया निवासी विभा देवी को बेहोशी ही हालत में परिजन इमरजेंसी में लाए थे। महिला का जब सीटी स्कैन एवं एंजियोग्राफी की गई तो पता चला महिला ब्रेन स्ट्रोक का शिकार हुई है। उसकी बेसीलर ट्रंक एंयूरिज्म फट गई थी और महिला की इलाज न मिलने पर मौत भी हो सकती थी। यहां महिला की सर्जरी पाइप लाइन शील्ड डिवाइस तकनीक से करने का फैसला किया गया।

चुनौतीपूर्ण था ऑपरेशन

डॉ। दीपक ने बताया कि प्रदेश में अभी तक इस तकनीक का प्रयोग नहीं किया गया था, इसलिए यह ऑपरेशन काफी चुनौतीपूर्ण था। पाइप लाइन शील्ड डिवाइस एक तरह की फ्लो डाइवेटर है। पूरी तैयारियों के बाद 12 फरवरी को महिला का ऑपरेशन किया गया, जो पूरी तरह सफल रहा। इस ऑपरेशन में एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के डॉ। मालवीय और डॉ। मनोज त्रिपाठी भी शामिल रहे। पूरी तरह से ठीक होने के बाद महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है।

बाक्स

प्राइवेट से आधा खर्च

डॉ। दीपक ने बताया कि इस जटिल ऑपरेशन के लिए प्राइवेट अस्पतालों में करीब 15 लाख रुपए का खर्च आता है। वहीं संस्थान में सिर्फ साल लाख रुपए के खर्च में ही यह ऑपरेशन किया गया है। जल्द ही संस्थान में अपेक्स न्यूरो साइंस सेंटर की स्थापना की जाएगी जिससे ब्रेन स्ट्रोक के मरीजों को किफायती दाम पर और भी बेहतर इलाज मिलेगा।