- मच्छरों के काटने से होता है फाइलेरिया

- सरकार चलाएगी दस दिनों का विशेष अभियान

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रुष्टयहृह्रङ्ख: अगर किसी महिला के ब्रेस्ट में लगातार सूजन बन रही है तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल न करें। यह फाइलेरिया का लक्षण हो सकता है। सूजन बढ़ने की वजह से ब्लड सप्लाई में कमी होने से बैक्टीरियल इंफेक्शन तक हो सकता है। ऐसे में तत्काल डॉक्टर को दिखाना चाहिए क्योंकि फाइलेरिया का कोई इलेाज नहीं होता है। इसके इंफेक्शन होने पर इसे जड़ से समाप्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग 21 दिसंबर से दस दिवसीय फाइलेरिया निरोधी विशेष अभियान शुरू करने जा रहा है।

अवसाद में जा सकता है मरीज

राज्य स्तरीय संचारी रोग नियंत्रण के नोडल अधिकारी डॉ। वीपी सिंह ने बताया कि फाइलेरिया रोग में अक्सर हाथ या पैर बहुत ही ज्यादा सूजन हो जाती है इसलिए इस रोग को हाथी पांव भी कहते हैं। यदि स्तन में लगातार सूजन बनी रहती है तो यह भी फाइलेरिया रोग हो सकता है। समय रहते अगर इसका इलाज नहीं किया गया तो इस समस्या के हल के लिए आपरेशन भी करना पड़ सकता है। हालांकि इसका कोई इलाज नहीं है। यह बीमारी बढ़ने से शरीर का आकार खराब हो जाता है। साथ ही मरीज अवसाद में जाने लगता है।

इनको नहीं खानी चाहिए दवा

डॉ। वीपी सिंह ने बताया कि दो वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती और गंभीर रोग से बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं दी जाएगी। जिन व्यक्तियों के अंदर माइक्रो फाइलेरिया के कीटाणु रहते हैं, उन्हें दवा देने पर उसके कुछ प्रभाव जैसे जी मचलाना, उल्टी आना, हल्का बुखार आना, चक्कर आना आदि हो सकता है। इससे घबराना नहीं चाहिए।

हर अंग को प्रभावित करता है फाइलेरिया

फाइलेरिया दुनिया की दूसरे नंबर की ऐसी बीमारी है, जो बड़े पैमाने पर लोगों को दिव्यांग बना रही है। इस बीमारी का खतरा लगभग 60 करोड़ भारतीयों पर मंडरा रहा है। पिछले वर्ष 2019-20 में प्रदेश में लगभग 76,674 लोग इस बीमारी से ग्रसित मिले थे, जिसमें से 29,228 लोग हाईड्रोशील से ग्रसित थे। यानि यह बीमारी हमारे शरीर के किसी भी अंग को प्रभावित कर सकती है।

मच्छर से होती है बीमारी

फाइलेरिया की बीमारी क्यूलैक्स मच्छर के काटने से फैलती है। यह मच्छर मल, नालियों के गंदे पानी में पनपते है। क्यूलैक्स मच्छर जब किसी व्यक्ति को काटता है तो वह फाइलेरिया के छोटे कृमि का लार्वा उसके अंदर पहुंचा देता है, लेकिन यह धीरे-धीरे संक्रमण पैदा करता है। इसका पता काफी देर के बाद चलता है। कई बार मरीज का हाथ या पैर तक काटना पड़ता है।

फाइलेरिया के लक्षण

- ब्रेस्ट में सूजन आना

- एक या दोनों हाथ-पैरों में सूजन

- कंपकपी के साथ बुखार आना

- गले में सूजन आना

- प्राइवेट पार्ट एवं जांघों के बीच गिल्टी व दर्द रहना

- हाइड्रोसिल होना

कोट

अगर ब्रेस्ट में सूजन नजर आये तो यह फाइलेरिया का लक्षण हो सकता है। ऐसे में इसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।

- डॉ। वीपी सिंह, नोडल अधिकारी राज्य स्तरीय संचारी रोग नियंत्रण