लखनऊ (ब्यूरो)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट में युवाओं के लिए स्टार्टअप, रोजगार, पीएम विकास योजना जैसे प्रावधान करके उन्हें खुशी दी है। दैनिक जागरण आईनेक्स्ट से बात करते हुए युवाओं ने अपनी बात रखी। युवाओं का मानना है कि बजट उनकी जरूरतों को देखकर बनाया गया है और यह उन्हें रोजगार के बेहतर अवसर उपलब्ध कराएगा।

स्किल्ड करना जरूरी

मैं बजट से खुश हूं। उम्मीद थी कि हम लोगों के लिए भी कुछ बेहतर रहेगा। पीएम विश्वकर्मा कौशल सम्मान के तहत युवाओं को स्किल्ड करना बेहद जरूरी और अच्छा कदम है। मैं बजट को लेकर पॉजिटिव और एक्साइटेड हूं। 30 स्किल इंडिया इंटरनेशनल सेंटर्स बनाना भी स्वागतयोग्य कदम है।

-सौम्या सिंह, बीकॉम सेकंड इयर

आर्थिक सहायता देना अच्छी पहल

नेशनल अप्रेंटिस स्कीम के तहत डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर से देश के 47 लाख युवाओं को आर्थिक सहायता दी जाएगी। मुझे लगता है कि इससे उन लोगों को मदद मिलेगी जो आर्थिक रूप से कमजोर हैं। यह उनको मुख्य धारा से जोड़ेगा।

-निश्चल सिंह, बीए ऑनर्स इकोनॉमिक्स

युवा और होंगे आत्मनिर्भर

सरकार स्टार्टअप पर काफी जोर दे रही है। कृषि आधारित स्टार्टअप से युवाओं को आत्मनिर्भर बनने के बेहतर मौके मिलेंगे। नेशनल डेटा गवर्नेंस पॉलिसी लाई जा रही है, जो स्टार्टअप के साथ अकेडमिक्स में रिसर्च को भी बढ़ावा देगी।

-सुम्बुल वरा, बीए फस्र्ट इयर

बेहतर होगी रीडिंग स्किल

वित्त मंत्री ने बजट में नेशनल डिजिटल लाइब्रेरी बनाने की बात कही है। उनका कहना है कि इस लाइब्रेरी में अलग-अलग भाषाओं की बेहतरीन किताबों को शामिल किया जाएगा। इससे हम लोगों को फायदा मिलेगा। युवाओं के लिए बजट में काफी प्रावधान किए गए हैं। मुझे बजट ठीक लगा।

-शिवम अग्रवाल, एमकॉम अप्लाइड

पिछले साल से अच्छा बजट

स्टार्टअप के साथ जॉब पर भी फोकस रखना चाहिए था। बजट पिछले साल के मुकाबले अच्छा है। वित्त मंत्री ने स्टार्टअप को बढ़ावा देने की बात कही है। युवाओं की जरूरत से जुड़ी चीजें सस्ती भी हुई हैं, पर मुझे लगता है कि जॉब्स पर भी बात होती तो और अच्छा रहता। जॉब्स को लेकर उम्मीद लगाने वालों को थोड़ी निराशा हुई है।

-सोनाली सिंह, एमजेएमसी

शिक्षा पर दिया गया विशेष ध्यान

इस बजट में शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। आदिवासियों के लिए विशेष स्कूल का प्रावधान एजुकेशन फॉर ऑल की एक अच्छी पहल है। स्टार्टअप को मिला बढ़ावा राष्ट्रहित में बेहतर फैसला साबित होगा।

-शिवानी सिंह, पीएचडी स्टूडेंट

निराश करने वाला बजट

बजट में कोई विशेष परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा है। युवाओं को ध्यान में रखते हुए रोजगार और मंहगाई के लिए इस बजट में कोई विशेष महत्व नहीं दिया गया है।

-कुलदीप कुमार, छात्र

नारी को मिली ज्यादा सेविंग की 'शक्ति'

बजट को लेकर शहर की महिलाओं की मिली जुली प्रतिक्रिया रही। दो लाख की बचत पर बढ़ी ब्याज दर से कामकाजी महिलाओं में खुशी है, तो ज्वैलरी की कीमत और महंगाई दर न घटने से निराशा भी हुई है।

बजट में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, टेक्नोलॉजी, शिक्षकों को नियुक्ति और बायो रिसर्च पर जोर है। यह सबसे यूनीक बात है।

-पूजा मिश्रा, एसोसिएट प्रोफेसर

महिलाओं की बचत में ब्याज दर का बढ़ाना अच्छा फैसला है, इससे महिलाएं आर्थिक तौर पर सक्षम बनेंगी।

-रागिनी सिंह राठौड़, एआरपी

महिला सम्मान बचत पत्र स्कीम जो दो साल के लिए उपलब्ध होगी, उससे महिलाओं को काफी फायदा होगा। वे इससे आत्मनिर्भर भी बन सकेंगी।

- पुजा शुक्ला, वृंदावन

सोने चांदी के दाम नहीं बढऩे चाहिए थे। गृहणियां अपनी बचत से सोना खरीदती हैं, वे इसे बचत के तौर पर देखती हैं। यह निराश करने वाला बजट है।

-मीना मल्होत्रा, मालवीयनगर

इनकम टैक्स में छूट मिलने से खुश हूं। वित्त मंत्री को महंगाई कंट्रोल करने को लेकर भी कोई ठोस घोषणा करनी चाहिए थी। इस पर गंभीरता से सोचा जाना चाहिए।

-शालू बाजपेयी, एलयू