लखनऊ (ब्यूरो)। लखनऊ रीजन के रीजनल मैनेजर पल्लव कुमार बोस ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर आलमबाग डिपो के एआरएम डीके गर्ग और एआरएम गोपाल दयाल ने सर्वे करके रिपोर्ट सौंपी है। इस सर्वे रिपोर्ट के बाद ही पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर बसों के संचालन को हरी झंडी दी जा रही है। उन्होंने बताया कि शुरुआत में तीन चिह्नित रूटों पर ही तीन बसों में से दो साधारण बसों में एक आजमगढ़ और एक गाजीपुर के साथ ही बलिया के लिए एक जनरथ बस संचालित होगी।

आजमगढ़, गाजीपुर और बलिया के लिए बसें

क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने बताया कि लखनऊ से आजमगढ़, गाजीपुर और बलिया की बसें अयोध्या और अंबेडकर नगर होकर जाएंगी। बसों का संचालन नान स्टॉप किया जाएगा। ऐसे में आम रूट की तुलना में इस रूट से बस से सफर में दो घंटे कम समय लगेगा। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे बनाकर तैयार किया है। इस रूट पर अब बसों के संचालन को हरी झंडी मिल गई है।

यात्रियों को मिलेगी राहत

चार महीने बाद भी इस एक्सप्रेस वे पर अब तक रोडवेज बसों का सफर नहीं शुरू हो सका है। परिवहन निगम के अधिकारियों के अनुसार पूर्वाचंल एक्सप्रेस वे से रोडवेज बसों का सफर शुरू होने से लखनऊ से गाजीपुर और आजमगढ़ के बीच सफर करने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी।

आजमगढ़ का सफर जल्द होगा पूरा

लखनऊ से आजमगढ़ वाया अयोध्या की दूरी 302 किमी और प्रति व्यक्ति किराया 534 रुपए है। इसी तरह से लखनऊ से आजमगढ़ वाया सुल्तानपुर की दूरी 285 किमी और किराया 500 रुपए है। आलमबाग से गाजीपुर की दूरी 355 किमी और किराया 500 रुपए है। पूर्वाचंल एक्सप्रेस वे से बसों का संचालन शुरू होने के बाद इन सभी रूटों पर दूरी 30 से 50 किमी तक और किराया 20 से 50 रुपए तक कम होने का अनुमान है। इसके साथ ही सफर में लगने वाला समय भी एक से ढ़ाई घंटे तक कम हो जाएगा।