लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के विभिन्न देवी मंदिरों में मां का भव्य श्रंगार, महाआरती का आयोजन किया गया। चौक स्थित बड़ी काली जी मंदिर में मंदिर के पट खुलने से पहले ही भक्तों की लाइन लग गई। भक्तों हाथों में पूजन सामग्री लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे। मंदिर में कोविड नियमों के तहत मां के दर्शन की इजाजत दी गई। वहीं, पूर्वी देवी मंदिर में मां का चंद्रघंटा स्वरूप में भव्य शृंगार किया गया। माता को हल्के हरे रंग का वस्त्र, हरी बेल और सफेद फूलों से सजाया गया। मंदिर में मुख्य गेट के बाहर से ही भक्तों को मां के दर्शन मिले।

मां ने मयूर पर विराज दिए दर्शन

चौपटिया स्थित संदोहन देवी मंदिर में मां ने तीसरे दिन मयूर पर विराजमान होकर भक्तों को दर्शन दिए। यहां मां का नीले रंग के वस्त्रों से श्रंगार किया गया। वहीं शास्त्री नगर स्थित दुर्गा मंदिर में टॉफी और बिस्कुट से माता का दरबार सजाया गया। जबकि मां का गर्भ गृह में फूल और मेवे से भव्य व आलौकिक शृंगार हुआ। मंदिर परिसर में महिलाओं द्वारा देवी भजन कर मां का प्रसन्न किया गया।

आज मां कूष्मांडा की होगी पूजा

नवरात्र के चौथे दिन मां कूष्मांडा की पूजा की जाती है। मां की उपासना से व्याधि नष्ट, शरीर का अनाहत चक्रजागृत और समस्त रोग व शोक दूर हो जाते हैं। मां का पूजन विशेष रूप से रात्रि के प्रथम प्रहर में करना चााहिए। मां के चित्र के सामने नीचे उनका आसन लाल रंग का वस्त्र रखकर उसपर कुम्हड़ा यानि कुष्मांड लाल वस्त्र में लपेटकर रखें। इसके बाद मां का ध्यान करते हुए उनका षोडशोपचार पूजन करके आरती करें व प्रसाद के रूप में कुम्हड़े को रखे। नवमी तिथि में उस कुम्हड़े का प्रसाद बनाकर पूरे परिवार के साथ ग्रहण करना चाहिए।