लखनऊ (ब्यूरो)।
1-डोर टू डोर ट्रैकिंग
शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए हेल्थ टीमों की ओर से डोर टू डोर टै्रकिंग की गई। एक-एक व्यक्ति का रिकॉर्ड बनाया गया, जिससे यह आसानी से पता लग सका कि कितने प्रतिशत लोगों को वैक्सीन नहीं लगी है। जिसके बाद उन्हें विशेष तौर पर वैक्सीनेशन कैंप बुलाया गया और उन्हें वैक्सीन लगाई गई।
2-विशेष कैंप
जिला प्रशासन के निर्देश पर स्कूल-कॉलेजों से लेकर सार्वजनिक स्थानों, अस्पतालों, अपार्टमेंट्स में विशेष वैक्सीनेशन कैंप लगवाए गए। जिसका पब्लिक को फायदा मिला और लोगों ने आसानी से अपना वैक्सीनेशन कराया।
3- सेकंड डोज पर विशेष फोकस
ऐसे लोगों पर विशेष फोकस किया गया, जिन्होंने वैक्सीन का पहला डोज तो ले लिया था लेकिन दूसरे डोज को लेकर बहुत उत्साहित नजर नहीं आ रहे थे। जिसके बाद ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके मोबाइल पर जागरुकता संबंधी मैसेज भेजे गए साथ ही उनके घर भी जाकर टीम ने उन्हें सेकंड डोज की जरूरत के बारे में बताया। जिसके बाद करीब 90 फीसदी लोगों ने वैक्सीन की सेकंड डोज ली।
4-एरियावाइज मॉनीटरिंग
शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए एरियावाइज मॉनीटरिंग सेल को एक्टिव किया गया। इसकी मॉनीटरिंग कमांड सेंटर से की गई। टीम में शामिल लोगों का मुख्य फोकस सीनियर सिटीजन के वैक्सीनेशन पर रहा साथ ही ऐसे लोगों को भी जागरुक किया, जिन्होंने वैक्सीन की एक भी डोज नहीं ली थी। हर दिन कमांड सेंटर में वैक्सीनेशन संबंधी डेटा भी अपडेट होता था, जिससे एरियावाइज वैक्सीनेटेड और नॉन वैक्सीनेटेड लोगों की डिटेल कलेक्ट हो सकी।
5-जागरुकता अभियान
जिला प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट की टीमों की ओर से सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों, अपार्टमेंट्स में जागरुकता अभियान चलाया गया। इसके साथ ही समय-समय पर वेबिनार भी आयोजित किए गए, जिसमें डीएम ने खुद लोगों को वैक्सीनेशन के प्रति जागरुक किया और जल्द से जल्द वैक्सीनेशन कराने संबंधी अपील की।
6- 15-18 एज गु्रप पर विशेष नजर
जिला प्रशासन और हेल्थ टीम की ओर से 15 से 18 एज ग्रुप के बच्चों के वैक्सीनेशन पर भी फोकस किया गया। इसके लिए कॉलेजों में हर सप्ताह विशेष कैंप लगाए गए साथ ही बच्चों के माध्यम से ही उनके पैरेंट्स को भी वैक्सीनेशन के लिए जागरुक किया गया।

शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल होगा
जिला प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट का पूरा फोकस शत प्रतिशत वैक्सीनेशन की सेकंड डोज का है। इसका प्लान तैयार किया गया है। मुख्य फोकस जागरुकता और मॉनीटरिंग पर किया जा रहा है। हर सप्ताह इस बिंदु पर समीक्षा भी की जा रही है। 15 से 18 एज गु्रप के बच्चों के शत प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए कॉलेजों को सर्कुलर जारी किया जा चुका है और इसकी भी मॉनीटरिंग की जा रही है कि कितने बच्चों ने वैक्सीनेशन कराया।

शत प्रतिशत वैक्सीनेशन का लक्ष्य हासिल करने के लिए जिला प्रशासन और हेल्थ डिपार्टमेंट की ओर से लगातार प्रयास जारी हैं। अभी तक शत प्रतिशत लोगों वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है। जिन लोगों ने अभी वैक्सीनेशन नहीं कराया है, वे अपने नजदीकी कैंप में जाकर वैक्सीन लें।
अभिषेक प्रकाश, डीएम