लखनऊ (ब्यूरो)। पीजीआई थानाक्षेत्र के अंतर्गत एडिल्को सौभाग्यपुरम में गुरुवार दोपहर बच्चों को स्कूल से लेकर घर लौट रही महिला की एक्टिवा को 100 से अधिक रफ्तार से फर्राटे भर रही कार ने टक्कर मार दी। टक्कर इतनी जोरदार थी कि एक्टिवा सड़क पर फिसलते हुए दूर जा गिरी, जिससे 10 साल के मासूम उत्कर्ष की मौत हो गई। जबकि मां गोल्डी और बेटी नित्या गंभीर रूप से जख्मी हो गए। वहीं, हादसे के बाद चालक कार समेत वहां से रफूचक्कर हो गया। आसपास के लोगों की मदद से सभी को ट्रामा पहुंचाया गया, जहां मां-बेटी की हालत गंभीर बनी हुई है। मामले में पीजीआई थाना पुलिस अज्ञात के खिलाफ केस दर्जकर कार नंबर के आधार पर चालक की गिरफ्तारी में जुट गई है।

स्कूल से बच्चों को लेकर लौट रही थी घर

हादसा गुरुवार दोपहर करीब 2.35 बजे का है। पीजीआई थाना क्षेत्र के सेक्टर-10 वृंदावन योजना में नरेंद्र कुमार सपरिवार रहते हैं। वह मेडिकल स्टोर चलाते हैं। पत्नी गोल्डी दोपहर सेक्टर-9 के लखनऊ पब्लिक स्कूल (एलपीएस) में बच्चों की छुुट्टी होने पर एक्टिवा से उन्हें लेने पहुंची थी। वह बेटे उत्कर्ष, बेटी नित्या को स्कूटर में बैठाकर वापस घर लौट रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एडिल्को सौभाग्यपुरम के पास चौराहा क्रास करने के दौरान एक तेज रफ्तार कार ने पीछे से उनकी गाड़ी में जोरदार मार दी, जिसमें गोल्डी बेटे उत्कर्ष और बेटी नित्या संग छिटक कर दूर जा गिरीं। मां और बच्चों को टक्कर मारने के बाद आरोपी कार चालक घटनास्थल से फरार हो गया।

रहगीरों ने पहुंचाया अस्पताल

हादसे के बाद मां, बेटी और बेटा अलग-अलग जा गिरे। आसपास के लोग तेज आवाज सुन मौके पर पहुंचे। उत्कर्ष को गंभीर चोट आई थी, साथ ही गोल्डी और नित्या भी लहुलूहान हो गई थी। एक्टिवा भी पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। लोगों ने मामले की सूचना पुलिस को दी और फौरन सभी को ट्रामा सेंटर पहुंचाया। पीजीआई थाना प्रभारी ब्रजेश चंद्र तिवारी ने बताया कि गोल्डी और बेटी नित्या की हालत नाजुक बनी हुई है। पीजीआई ट्रामा सेंटर में उनका इलाज चल रहा है।

सीसीटीवी में कैद हुई कार

घटना के बाद चौराहे और आसपास के एरिया में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया है। इस दौरान आरोपी की कार कैमरे में कैद हो गई है। जिसमें एक नोएडा नंबर की हुंडई आई20 कार नजर आ रही है, लेकिन इस कार में नंबर क्लियर नहीं हो पा रहा है। पुलिस टेक्निकल टीम का सहारा ले रही है, ताकि आरोपी चालक को पकड़ा जा सके।

चालक को पकड़ने के लिए लगाईं 3 टीमें

एडीसीपी पूर्वी सैय्यद अली अब्बास ने बताया कि मामले को संज्ञान में लेते हुए आरोपी कार चालक की तलाश में तीन पुलिस टीमें गठित की गई हैं। घटना स्थल के अलावा सभी टीमें अन्य चौराहे पर लगे इंटीग्रेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम की मदद से आरोपी कार चालक को ट्रेस कर रही हैं। जल्द ही आरोपी कार चालक की गिरफ्तारी की जाएगी।

स्कूल टीचर्स ने भी जताया दुख

हादसे के बाद नरेंद्र और अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं, हादसे की सूचना पाकर ट्रामा सेंटर के बाहर परिजन सहित स्कूल के टीचर भी पहुंच गए। एक स्कूल के टीचर ने बताया कि दोनों कक्षा तीन के छात्र थे। स्कूल में उत्कर्ष सभी का चहेता था। इस हादसे से सभी को झकझोर दिया है। किसी को यकीन नहीं हो रहा है कि उत्कर्ष अब उनके बीच नहीं रहा।

क्या ट्रैफिक पुलिस भी जिम्मेदार?

हादसा एडिल्को सौभाग्यपुरम चौराहे पर हुआ। यहां ट्रैफिक सिग्नल लाइट ही नहीं है। यहां अक्सर गाड़ियां तेज रफ्तार में दौड़ती है। आए दिन यहां पर हादसे होते रहते हैं। स्थानीय निवासी संजय ने बताया कि हादसे के दौरान यहां पर कार की स्पीड काफी ज्यादा थी। अगर ट्रैफिक सिग्नल होता तो शायद यह हादसा नहीं होता, ऐसे में इसका जिम्मेदार कौन यह भी एक बड़ा सवाल है।