लखनऊ (ब्यूरो)। बाराबंकी के रहने वाले एसबीआई के कर्मचारी ने यजदान बिल्डर्स के डायरेक्टर्स के खिलाफ फ्लैट खरीद-बिक्री और इंटीरियर डेकोरेशन के नाम पर 39 लाख रुपये हड़पने और पैसे वापस मांगने पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है। शिकायत के आधार पर हजरतगंज थाना पुलिस ने मामले में बनती धाराओं के तहत केस दर्जकर छानबीन शुरू कर दी है।

इंटीरियर के लिए भी लिए पैसे

बाराबंकी के नवाबगंज में विकास भवन रोड पर स्थित स्टेट बैंक के क्षेत्रीय कार्यालय में कार्यरत फैसल ने पुलिस को दी शिकायत में आरोप लगाया कि उन्होंने यजदान बिल्डर्स के द्वारा हजरतगंज के डालीबाग स्थित याजदान इन्फोकॉन प्राइवेट लिमिटेड कार्यालय में बीते 25 जून 2018 को एक 1250 वर्गफुट का फ्लैट का 29 लाख रुपये में बैनामा कराया था। यह राशि याजदान इन्फोकॉन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशकों सायम याजदानी, अलीम चौधरी, फहद याजदानी व शराफत अली को अदा की थी। वहीं आरोपियों ने फ्लैट के डेवलपमेंट व इंटीरियर के लिए अलग-अलग किश्तों में 10 लाख रुपये भी लिए थे। जिसे आरोपियों ने हड़प लिया।

जान से हाथ धो बैठोगे

शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्हें पता चला कि यजदान बिल्डर्स द्वारा कई लोगों से धोखाधड़ी की गई है तो अपने रुपये वापस मांगे, इस पर आरोपियों ने धमकाते हुए कहा कि तुम कोई कानूनी कार्यवाही मत करो मेरे ऊपर पहले से कई मुकदमे पंजीकृत हैं। जब मामला शांत हो जायेगा तब देखेंगे। अगर कोई कानूनी कार्रवाई की तो अभी तो सिर्फ आर्थिक नुकसान हुआ है, वरना तुम्हे अपनी जान से हाथ धोना पड़ेगा। फैसल का आरोप है कि रुपये या फ्लैट मांगने पर फहद याजदानी ने उसे गालियां व जान से मारने की धमकी दी है।

अवैध बिल्डिंग, पैसे डूबे

शिकायतकर्ता के मुताबिक, अलाया होम्स हादसे के बाद सरकार के आदेश पर गत वर्ष 2022 में प्रोजेक्ट को अवैध बिल्डिंग एवं बिना नक्शा पास बिल्डिंग व नजूल की जर्मीन ध्वस्त कर दिया है। अब ऐसे में उनके पास मौजूद पंजीकृत बैनामा कूट रचित एवं जाली दस्ताबेज साबित हो गये हैं। जिसके कारण उनका 39 लाख रुपये डूब गया है। फैसल ने अपील की कि यजदान बिल्डर्स के निदेशकों की संपत्तियों को कुर्क करके उनका पैसा वापस दिलाया जाए।