लखनऊ (ब्यूरो)। डीसीपी मध्यम अपर्णा कौशिक ने बताया कि देहरादून शांति नगर निवासी मुकेश सक्सेना को ठगी के मामले में गिरफ्तार किया गया है। वह लखनऊ इंदिरा नगर स्थित ज्योति कुंज अपार्टमेंट पर ताला लगाकर देहरादून में रहकर फरार छिपाकर रह रहा था। उसके खिलाफ 24 जुलाई 2018 को अनीता सिंह ने धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था।

नहीं मिला था ठेका
उनका आरोप था कि आरोपी मुकेश ने अपनी कंपनी ब्लू लैंड इंफ्रा डेवलपर्स एंड कंसलटेंटस बनाकर इंडियन आयल कम्पनी का अधिकृत कंसलटेंट बताता था। उसने पेट्रोलियम मंत्रालय में कांट्रैक्ट दिलाने के नाम पर रुपये साठ लाख रुपये लिए, लेकिन ठेका नहीं मिला। कई बार कहने पर धमकी देना लगा और घर छोड़कर भाग गया। तभी से पुलिस उसकी तलाश कर रही थी।

जेवर जमा नहीं किए, 16 लाख भी हड़पे
गोल्ड लोन कराकर जेवर जमा नहीं किए और 16 लाख रुपये भी हड़प लिए। मुंशी पुलिया स्थित रूपीक फिनटेक प्राइवेट लिमिटेड में सर्किल मैनेजर नवीन जाखड़ ने महानगर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। नवीन के मुताबिक महानगर के गढ़ी कनौरा मानकनगर निवासी राहुल ने गोल्ड लोन के लिए आवेदन किया था। गोल्ड लोन की प्रक्रिया पूरी करने के लिए बीते 20 अक्टूबर को लोन मैनेजर अंकित शर्मा व विपुल राहुल के घर गए थे। जांच में पता चला कि राहुल ने पहले से ही मुथुट फिनकार्प राजाजीपुरम से गोल्ड लोन ले रखा था। इस पर उसने लोन रूपीक कंपनी में ट्रांसफर करवाने की बात कही। इस पर 16 लाख रुपये राहुल के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए गए। यह रुपये राहुल को मुथुट फिनकापर्स राजाजीपुरम में जमा कर, वहां जमा जेवर निकालकर रूपीक कंपनी में गिरवी रखने थे। रुपये खाते में पहुंचने के बाद भी राहुल ने जेवर कंपनी में जमा नहीं कराए। रुपये वापस मांगने पर अब वह गाली गलौज कर रहा है। इंस्पेक्टर महानगर केशव कुमार तिवारी के मुताबिक तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।