लखनऊ (ब्यूरो)। बुलंदशहर के नरौरा नगर पंचायत की चेयरमैन रहीं डॉ। अनुपमा भारद्वाज ठगी का शिकार हो गई हैं। मामला हजरतगंज थाने तक पहुंचा तो पुलिस ने आरोपी उज्जवल मिश्रा और राजवीर सिंह कुशवाहा के खिलाफ धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है। शिकायतकर्ता बृजमोहन भारद्वाज ने बताया कि बुलंदशहर के नरौरा में नगर पंचायत का चुनाव आने वाला था। यहां से उनकी रिश्तेदार डॉ। अनुपमा भारद्वाज चेयरमैन की प्रत्याशी थीं। टिकट घोषणा से कुछ दिन पहले यहीं के रहने वाले राजवीर सिंह कुशवाहा ने आकर कहा कि वह लखनऊ के एक नेता उज्जवल मिश्रा को जानता है, उसने पहले भी कई काम कराए हैं। वह एक प्रतिष्ठित पार्टी से टिकट दिलवा देगा। उसका मेरे पास फोन आ रहा है, बोल रहा है कि किसी को टिकट दिलवाना है तो बताओ। वह सुबह 7 बजे बुला रहा है। पीड़ित ने आरोप लगाया कि उसके कहने पर वे हजरतगंज के सामने जीपीओ कार्यालय के पास पहुंच गए। यहां पर उज्जवल मिश्रा नामक शख्स से मुलाकात हुई, उसने विश्वास दिलाया कि वह पार्टी का टिकट दिला देगा। अगर टिकट नहीं मिलता है तो सारा पैसा वापस मिल जाएगा।

टिकट घोषित, लेकिन नाम नहीं

पीड़ित के मुताबिक, बिचौलिया के भरोसे में आकर उन्होंने पांच-पांच सौ रुपये की गड्डी में कुल 10 लाख रुपये उसे दे दिए। पैसा मिलने के बाद उसने उसी दिन कार्यालय के नाम पर छपी पांच लाख रुपये की एक फर्जी रसीद दिखाई। जिसमें चेक संख्या 0076 लिखा था और उसमें काफी गोलमोल किया गया था। अगले कुछ दिन बाद पार्टी ने आधिकारिक रूप से टिकट घोषित किए, लेकिन उसमें डॉ। अनुपमा भारद्वाज का नाम नहीं आया। इसके बाद राजवीर सिंह को फोन कर पैसा वापस मांगने की कोशिश की गई तो वह टालमटोल करने लगा। जिससे परेशान होकर पीड़ित ने मामले की शिकायत पुलिस में की। हजरतगंज थाना प्रभारी ने बताया कि केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की छानबीन की जा रही है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।