- लखनऊ समेत देशभर में आईसीएसआई का रिजल्ट जारी

LUCKNOW: द इंस्टिट्यूट ऑफ कंपनी सेक्रेट्रीज ऑफ इंडिया (आईसीएसआई) का रिजल्ट मंगलवार को जारी कर दिया गया। एससी के फ‌र्स्ट ग्रुप एग्जीक्यूटिव लेवल में इति अग्रवाल ने 550 मॉ‌र्क्स के साथ ऑल इंडिया टॉप रैंक हासिल की है। वहीं सीएस फाइनल में राजधानी के छह स्टूडेंट्स ने सीएस के दोनों ग्रुप क्लीयर कर कंपनी सेक्रेटरी बनने में सफलता पाई है। सीएस के स्टूडेंट्स आईसीएसई की वेबसाइट पर अपना रिजल्ट देख सकते हैं।

एग्जाम में शामिल हुए 840 स्टूडेंट्स

सीएस के दो लेवल एग्जीक्यूटिव और प्रोफेशन ओल्ड और न्यू सिलेबस का रिजल्ट जारी हुआ। लखनऊ में एग्जीक्यूटिव के रिजल्ट में जहां इति अग्रवाल टॉप पर रहीं तो पलक पांडेय ने दूसरी और आयुष नारंग ने शहर में तीसरी रैंक हासिल कर देश में भी टॉप थ्री पोजिशन हासिल की। वहीं प्रोफेशनल क्लीयर कर फाइनल सीएस बनने वालों में श्रुति शर्मा, शांतनु, सुरेश गुप्ता, प्राची खरे और चंदन सेठ समेत छह स्टूडेंट्स ने इस एग्जाम में सफलता प्राप्त की है। लखनऊ चैप्टर के चेयरमैन सुभाष चंद्र तिवारी ने बताया कि एग्जीक्यूटिव में इस बार लखनऊ से कुल 840 स्टूडेंट्स एग्जाम में शामिल हुए थे। एग्जीक्यूटिव के दो मॉड्यूल होते हैं। पहले मॉड्यूल में 45 स्टूडेंट्स पास हुए हैं, वहीं दूसरे मॉड्यूल में 23 स्टूडेंट्स को कामयाबी मिली। इसके अलावा नौ स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिन्होंने दोनों मॉड्यूल क्लीयर कर प्रोफेशनल में पहुंच गए।

न्यू सिलेबस का रिजल्ट रहा डाउन

लखनऊ चैप्टर के इंचार्ज राजीव कुमार ने बताया कि प्रोफेशनल में इस बार लखनऊ का नया सिलेबस का रिजल्ट ज्यादा बेहतर नहीं रहा। प्रोफेशनल में कुल तीन मॉड्यूल हैं। मॉड्यूल वन में कुल 125 स्टूडेंट्स ने लखनऊ चैप्टर से एग्जाम दिया था। इसमें से मात्र पांच स्टूडेंट्स ही पास हुए हैं। वहीं मॉड्यूल 2 में 76 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इसमें भी 5 स्टूडेंट्स को सफलता मिली है। मॉड्यूल 3 में कुल 129 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे, जिसमें 9 स्टूडेंट्स पास हुए हैं।

ओल्ड सिलेबस का रिजल्ट बेहतर

न्यू सिलेबस के मुकाबले ओल्ड सिलेबस का रिजल्ट इस बार काफी बेहतर रहा। ओल्ड सिलेबस में 4 मॉड्यूल हैं। इसमें मॉड्यूल 1 में कुल 72 स्टूडेंट्स शामिल हुए थे जिसमें 8 स्टूडेंट्स पास हुए। इसी तरह मॉड्यूल 2 में 180 में से 35, मॉड्यूल 3 में 181 में से 21 और मॉड्यूल 4 में से 121 में से 32 स्टूडेंट्स को कामयाबी मिली है।

ओल्ड सिलेबस हुआ खत्म

कॉस्ट अकाउंटेंट की तरह कंपनी सेक्रेटरी में भी इस बार से ओल्ड सिलेबस खत्म कर दिया गया है। चेयरमैन एससी तिवारी ने बताया कि ओल्ड सिलेबस वाले स्टूडेंट्स के लिए पास करने का यह लास्ट मौका था। अब ओल्ड सिलेबस बैच के जितने स्टूडेंट्स पास नहीं कर पाए हैं उन्हें न्यू सिलेबस के आधार पर पढ़ाई करनी होगी। उन्होंने बताया कि ओल्ड और न्यू सिलेबस में काफी चेंज है। न्यू सिलेबस में हालांकि एक मॉड्यूल कम है लेकिन सिलेबस काफी अपडेटेड है।

मैंने 2014 में दिल्ली केश्री राम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से बीकॉम कंप्लीट किया है। उससे पहले ही मैंने सीएस की तैयारी शुरू कर चुकी थी। इसके बाद मैंने लखनऊ आने पर पूरा फोकस सीएस पर कर दिया। मैं भविष्य में एक कामयाब कंपनी सेक्रेटरी बनना चाहती हूं। मेरे पिता चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं इसलिए उनका पूरा सहयोग मुझे मिलता रहता है।

- इति अग्रवाल, सीएस एग्जीक्यूटिव, फ‌र्स्ट टॉपर

मैंने सीएस की तैयारी पिछले दो साल से कर रहा हूं। सीएस में बेसिकली लॉ होता है इसलिए मैं लिख-लिख कर इसकी प्रैक्टिस करता हू। इसके लिए काफी कसंट्रेशन की जरूरत होती है। मैं किसी बड़ी कंपनी में सीईओ की पोजीशन पर कार्य करना चाहता हूं।

- आयुष नारंग, सीएस एग्जीक्यूटिव थर्ड टॉपर

एग्जीक्यूटिव के बाद मेरा लक्ष्य है कि अगले एग्जाम में प्रोफेशनल के सारे लेवल क्लीयर कर सकूं। तीन सालों से सीएस की तैयारी कर रही हूं। इससे पहले मैंने बीकॉम किया था।

- पलक पांडेय, सीएस एग्जीक्यूटिव, सेकेंड टॉपर

राजधानी का रहा देश में दबदबा

एग्जीक्यूटिव कैटेगरी में राजधानी की इति अग्रवाल ने ऑल इंडिया में फ‌र्स्ट रैंक हासिल की है। टोटल 550 नंबर के साथ इति ने 78.57 प्रतिशत मॉ‌र्क्स बटोरे हैं। इति के पिता विपिन कुमार भी चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। इति के साथ ही दो और स्टूडेंट्स पलक पांडेय और आयुष नारंग ने भी राजधानी का नाम रोशन किया है। कंपनी सेक्रेटरी के एग्जीक्यूटिव रिजल्ट में पलक पांडेय ने ऑल इंडिया में सेंकेड रैंक हासिल की है। पलक को 435 नंबर के साथ 62.14 प्रतिशत मॉ‌र्क्स मिले हैं। ऑल इंडिया के एग्जीक्यूटिव कैटेगरी में आयुष नारंग को थर्ड रैंक पोजीशन हासिल हुई है। आयुष को 416 मॉ‌र्क्स, जबकि 59.43 प्रतिशत नंबर मिले हैं।