लखनऊ (ब्यूरो)। एक तरफ जहां स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट्स को रफ्तार मिलती नजर आ रही है, वहीं दूसरी तरफ सेफ सिटी प्रोजेक्ट भी तेजी से इंप्लीमेंट हो रहा है। जून से पहले पुलिस, स्मार्ट सिटी या अन्य किसी भी विभाग की ओर से लगाए गए कैमरों को सेफ सिटी कंट्रोल रूम से इंटीग्रेट कर दिया जाएगा। जिसके बाद अगर किसी भी स्थान पर महिलाओं के साथ कोई अपराध होता है तो इसकी जानकारी सेफ सिटी कंट्रोल रूम में बैठे लोगों को हो जाएगी। नई व्यवस्था के अंतर्गत करीब डेढ़ हजार से अधिक प्वाइंट्स को कैमरे की जद में लाते हुए उन्हें कंट्रोल रूम से इंटीग्रेट कर दिया जाएगा।

सेफ सिटी का अलग कंट्रोल रूम

लालबाग में स्मार्ट सिटी का ऑफिस बना हुआ है। इसके ठीक पीछे सेफ सिटी का भी ऑफिस तैयार किया जा रहा है। स्मार्ट सिटी के कंट्रोल रूम की तर्ज पर सेफ सिटी का भी कंट्रोल रूम तैयार होगा। इस कार्य को जून माह तक पूरा किया जाना है। जैसे-जैसे काम पूरा होता जाएगा, महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े कई बिंदुओं को इंप्लीमेंट कर दिया जाएगा।

सूनसान स्थानों पर नजर

सेफ सिटी प्रोजेक्ट के अंतर्गत एक हजार से अधिक स्थानों पर हाईटेक कैमरे लगाए जाने हैैं। इन स्थानों में सार्वजनिक स्थान तो शामिल हैैं ही साथ ही में ऐसे सूनसान स्थानों पर भी कैमरे लगाए जाने हैैं, जहां अक्सर महिलाओं के साथ छेड़छाड़, चेन या मोबाइल स्नैचिंग की घटनाएं होती हैैं। इसके साथ ही राजधानी की सभी मार्केट्स को भी कैमरों से कवर किया जाना है। वहीं, जहां पर व्यापारियों की ओर से कैमरे लगाए गए हैैं, उन्हें भी इंटीग्रेट किया जाना है। इसके साथ ही व्यापारियों को भी यह जानकारी दी जाएगी कि अगर कोई घटना होती है तो उन्हें किस तरह से कंट्रोल रूम में सूचना देनी है।

महिलाओं से फीडबैक

कैमरे लगाने के साथ ही समय-समय पर महिलाओं से फीडबैक भी लिया जाएगा। महिलाओं की ओर से सुरक्षा बिंदुओं को लेकर दिए जाने वाले सुझावों के आधार पर भी कदम उठाए जाएंगे। महिलाओं का फीडबैक लेने के लिए अलग से टीमों का गठन किया जाएगा, जो मार्केट एरिया से लेकर सार्वजनिक स्थानों पर इंस्पेक्शन करेंगी और सुरक्षा से जुड़े बिंदुओं को लेकर उनका फीडबैक लेंगी। वहीं, महिलाओं को यह भी जानकारी दी जाएगी कि अगर उनके साथ कोई घटना होती है तो उन्हें किस तरह से सेफ सिटी कंट्रोल रूम में जानकारी देनी है, ताकि समय रहते उनके पास मदद पहुंच सके।

कैमरों की लाइव फीड

सेफ सिटी कंट्रोल रूम में सभी कैमरों की लाइव फीड आती रहेगी। यहां पर तैनात पुलिस या अन्य अधिकारी लगातार प्वाइंट वाइज कैमरों पर नजर रखेंगे। अगर उन्हें कोई संदिग्ध व्यक्ति दिखता है तो वे संबंधित थाने को इसकी जानकारी देंगे। जिसके बाद पुलिस की ओर से तत्काल एक्शन लिया जाएगा। इतना ही नहीं, ऐसे अपराधियों पर भी विशेष नजर रखी जाएगी, जो पुलिस रिकॉर्ड में मौजूद हैैं। अगर उनमें से कोई भी सार्वजनिक स्थानों पर नजर आता है तो भी पुलिस एक्शन मोड में रहेगी।

हमारा प्रयास यही है कि जून तक हर हाल में सेफ सिटी कंट्रोल रूम बनकर तैयार हो जाए। इस कंट्रोल रूम से सभी कैमरों को इंटीग्रेट किया जाएगा।

-इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त