लखनऊ (ब्यूरो)। ईरानी गैंग के दो आरोपियों को क्राइम ब्र्रांच और गाजीपुर थाना पुलिस की ज्वाइंट टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया है। ये आरोपी खुद को पुलिसकर्मी बताकर सीनियर सिटीजन से टप्पेबाजी करते थे। पकड़े गए आरोपियों की पहचान महाराष्ट्र ठाणे निवासी अली मिर्जा दरवेश और जान हुसैन सैय्यद के रूप में हुई है। अली मिर्जा के खिलाफ महाराष्ट्र और लखनऊ के अलग-अलग थानों में 12 मुकदमें दर्ज हैं।

छह महीने से एक्टिव था गैंग

ज्वाइंट कमिश्नर आकाश कुलहरि ने बताया कि छह माह से शहर के अलग-अलग थानों में सीनियर सीटिजंस से टप्पेबाजी के मामले सामने आ रहे थे। जांच में इन वारदातों में ईरानी गैंग का नाम सामने आया, जिसके बाद इनको पकड़ने के लिए पुलिस जुट गई। बुधवार सुबह सूचना मिली कि दो शातिर वारदात को अंजाम देने आ रहे हैं। सर्वोदय नगर बंधा चौराहे के पास से इन्हें गिरफ्तार किया गया।

31 वारदातों का दिया अंजाम

पुलिस की जांच में सामने आया कि इस गैंग के आरोपियों ने राजधानी मे 31 वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह रेकी करने के बाद पीजीआई और गोमती नगर एरिया में स्थित किराए के मकान में रहते थे।

ऐसे देते थे वारदात का अंजाम

ये अकेले जा रही महिलाओं को रोकते थे। इसके बाद एक आरोपी महिला के पास जाकर खुद को पुलिसकर्मी बताता था, कहता था कि आगे हत्या हुई है, पुलिस चेकिंग चल रही है। माताजी आप जेवर पहनकर आगे मत जानिए। इसके बाद आरोपी महिला को दूसरे साथी के पास ले जाकर कहता था कि यह पुलिस अधिकारी है। इसके बाद महिला को एक कागज देकर कहा जाता था कि आप जेवर इसमें रखकर घर ले जाएं। जैसे ही महिला जेवर उतरकर कागज की पुड़िया में रखती थी, तभी आरोपी इस पुड़िया को बदल देते थे।

टीम को 25 हजार का इनाम

जेसीपी क्राइम आकाश कुलहरि का कहना है कि पकड़े गए आरोपियों से लगातार पूछताछ की जा रही है, अगर अन्य साथियों का नाम सामने आया तो जल्द ही उन सभी गिरफ्तारी की जाएगी। बता दें कि टीम को शाबाशी देते हुए 25 हजार रुपये के इनाम देने की घोषणा की गई है।

बरामद सामान

-17 चेन

-16 अंगूठी

-06 टप्स

-22 कंगन

-10 बाली

-01 लॉकेट

-01 मंगलसूत्र