लखनऊ (ब्यूरो)। पापा क्या यह वो हिप्पो है जिसने उन अंकल को मारा है। नहीं बेटा, यह दूसरा है। शायद उसे अलग कर दिया गया है। अलीगंज निवासी छह वर्षीय रोहन अपने पिता अरुण शर्मा से हिप्पो के बाड़े के बाहर, कुछ यही बात कर रहा था। मंगलवार को हिप्पो के बाड़े के बाहर बड़ी संख्या में जुटे लोग कुछ इसी तरह की चर्चा करते नजर आए। सोमवार को हिप्पो इंद्रा द्वारा सफाईकर्मी को मार देने की घटना के बाद मंगलवार को जू आए अधिकतर लोग काफी देर तक हिप्पो के बाड़े के बाहर जुटे रहे। हालांकि हिप्पो इंद्रा को आइसोलेट कर दिया गया है। वहीं मंगलवार पूरे दिन जू का स्टॉफ सूरज की मौत पर दुख जताते हुए यहां की खामियों को उजागर करते दिखाई दिया।

पांच सदस्यीय टीम करेगी जांच

जू की निदेशक अदिति शर्मा ने बताया कि पांच सदस्यीय कमेटी बनाई गई है, जिसमें दो सीनियर डाक्टर हैं। उप निदेशक डा। उत्कर्ष शुक्ला कमिटी की अध्यक्षता करेंगे। दो ऑफिशियल और दो फील्ड स्टाफ को भी टीम में शामिल किया गया है। टीम तीन दिन में जांच कर रिपोर्ट देगी। मामले में सुरक्षा में चूक का मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने कहा कि हमने मृतक की पत्नी को संविदा पर नौकरी देने की बात की है। हम हर संभव सहयोग को तैयार हैं।

दीवार से खींचकर गिराया था

जू के अधिकारियों ने बताया कि सफाईकर्मी सूरज हिप्पो के बाड़े में बिना किसी को सूचना दिए सफाई के लिए गए थे। जब वह तालाब की सफाई कर रहे थे, हिप्पो वहीं मौजूद था। सफाई के दौरान जानवर को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाता है। बाड़े के बाहर सुरक्षा रेलिंग भी है, जिससे इमरजेंसी में वहां से बाहर आया जा सके। हिप्पो सूरज को देख गुस्सा गई थी। सूरज ने सुरक्षा रेलिंग को पार कर जान बचाने की कोशिश की। दोबारा दीवार पर चढ़कर हिप्पो को देखने लगे। तभी हिप्पो ने उन्हें खींच लिया और गंभीर रूप से घायल कर दिया। अस्पताल में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

जरा से शोर से हिंसक हो रहे जेब्रा, 8 महीने से आइसोलेशन में

लखनऊ जू में इजरायल से आए जेब्रा का आइसोलेशन पीरियड खत्म नहीं हो रहा है। इस साल अप्रैल में हिंसक झड़प में एक मादा जेब्रा की मौत होने के बाद से बाड़े को ग्रीन कवर से बंद कर दिया गया था, इसके बाद से बाड़े को दर्शकों के लिए खोला नहीं गया है। जू के अधिकारियों का कहना है कि इजरायल के जुलॉजिकल सेंटर रमट जेन सफारी से छह जेब्रा को लाया गया था। छह में से दो की मौत हो चुकी है। जू में इन्हें आइसोलेशन में इनके एडजस्ट न हो पाने की वजह से रखा गया है। ये जेब्रा सेमी वाइल्ड एंवायरमेंट में पले हैं। जू में दर्शकों के जरा से शोर से वे उत्तेजित होकर यहां वहां भागने लगते हैं। मादा जेब्रा की मौत का भी यही कारण था।

ब्रीडिंग पर है जोर

जू के अधिकारियों ने बताया कि दो बाड़ों में एक नर और एक नर, दो मादा जेब्रा को रखा गया है। जेब्रा की ब्रीडिंग हो सके इसके लिए एक मादा को दूसरे बाड़े में नर के साथ शिफ्ट करना है। लेकिन उनके व्यवहार को देखते हुए जू प्रशासन कोई कदम नहीं उठा रहा है। उनका कहना है कि जेब्रा को दर्शकों के प्रति सहज बनाने और ब्रीडिंग को लेकर जू प्रशासन काम कर रहा है। जू में इस महीने क्रिसमस से पहले बब्बर शेर की दहाड़ सुनने को मिलेगी। जू प्रशासन ने तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर जूलॉजिकल पार्क से एनिमल एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत बब्बर शेर मंगाया है। निदेशक ने बताया कि टीम तिरुपति के लिए रवाना हो चुकी है। दो से तीन दिन में बब्बर शेर जू में आ जाएगा। पृथ्वी की मौत के बाद जू प्रशासन ने बब्बर शेर को लाने का प्रयास किया था।