- सीटेट में सवालों को घुमाकर पूछने से कैंडीडेट्स हुए परेशान

LUCKNOW : केंद्रीय शिक्षक पात्रता परीक्षा सीटीईटी में संडे को लंबे सवालों ने कैंडीडेट्स को काफी परेशान किया। इंग्लिश में पूछे गए पैसेज से सभी को दिक्कत हुई। स्टूडेंट्स को ढाई घंटे में डेढ़ सौ सवाल हल करने थे और काफी समय उनका इंग्लिश के पैसेज में ही निकल गया।

मिलीजुली प्रतिक्रियाएं

एग्जाम देकर निकले अधिकतर कैंडीडेट्स ने बताया कि बाल विकास और शिक्षा शास्त्र, सामाजिक अध्ययन एवं सामाजिक विज्ञान, गणित एवं विज्ञान और हिंदी में किसी तरह की कोई दिक्कत नहीं हुई। अधिकतर कैंडीडेट्स ने बताया कि इंग्लिश के पेपर में काफी समय लग गया, जिससे जिनकी पूरी तरह तैयारी नहीं थी, उन्हें काफी दिक्कत हुई। राजधानी में एग्जाम के लिए 128 सेंटर बनाए गए थे, जहां 60 हजार कैंडीडेट्स को एग्जाम देना था। इस एग्जाम में 48 हजार कैंडीडेट्स शामिल हुए। एग्जाम की पहली पाली सुबह 9:30 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे से दूसरी पाली में हुआ।

इंग्लिश आई टफ

एग्जाम देकर निकले अजीत ने बताया कि इंग्लिश का सेक्शन काफी टफ था, जिसे पढ़ने में ही ज्यादा समय निकल गया। सिनोनिम्स, एंटोनिम्स, कंप्रेहेंशन और प्रिपोजीशन ने भी उम्मीद से अधिक टाइम खा लिया। वहीं आयशा ने बताया कि एक बार में इंग्लिश का पैसेज पढ़कर आंसर देना संभव नहीं था। दो तीन बार पैसेज पढ़ने पर ही आंसर समझ में आए। बाल विकास और शिक्षा शास्त्र के सवाल भी काफी डीटेल में पूछे गए।

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पर्यावरण अध्ययन में पूछा इतिहास का सवाल

एग्जाम देकर निकले एसके कश्यप ने कहा कि पर्यावरण अध्ययन में कुछ सवाल इतिहास के पूछे गए। वहीं नेहा ने बताया कि ऑप्शनल के लिए फॉर्म भरते समय हिंदी और इंग्लिश के साथ संस्कृत और उर्दू का भी विकल्प था लेकिन पेपर आया तो हिंदी और इंग्लिश का ही आप्शन था। कृष्ण चंद ने बताया कि पेपर काफी आसान था पर लेंदी होने के कारण इसे हल करने में काफी समय लगा। रिया वर्मा ने बताया कि सवाल काफी लंबे और घुमाकर पूछे गए थे।

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कोविड गाइडलाइन का पूरा पालन

एग्जाम के दौरान कोविड गाइडलाइन का पूरा पालन सभी सेंटर्स पर किया गया। सभी सेंटर्स पर पुलिस ने निरीक्षण किया और उप निरीक्षक के नेतृत्व में चार पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई। यही नहीं एग्जाम सेंटर्स के पास चौराहों पर पुलिस टीम भी तैनात की गई।