लखनऊ (ब्यूरो)। दुबग्गा पुलिस ने ई-रिक्शा ड्राइवर की हत्या करने के आरोप में दंपति को गिरफ्तार किया है। आरोपी महिला ने सौतेले पिता की यौन प्रताडऩा से तंग होकर इस वारदात को अंजाम दिया था। पिता की हत्या करने के बाद पति की मदद से उसने शव को सड़क किनारे फेंक दिया था। पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में इस्तेमाल हुई रस्सी बरामद की है।

रोड किनारे पड़ा मिला था शव

एडीसीपी पश्चिम चिरंजीव नाथ सिन्हा ने बताया कि 17 दिसंबर को ई-रिक्शा ड्राइवर घर से निकला था, जिसके बाद वापस नहीं लौटा। 19 दिसंबर को आम्रपाली अस्पताल के पास उसका शव पड़ा मिला था। पुलिस शव की पहचान कर रही थी। इस बीच ड्राइवर की बेटी ने 30 दिसंबर को दुबग्गा कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था।

पीएम रिपोर्ट में हत्या का खुलासा

पोस्टमार्टम में गला दबा कर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। एडीसीपी ने बताया कि सर्विलांस की मदद से छानबीन की गई, जिसमें ड्राइवर के मोबाइल की लोकेशन पर कुछ संदिग्ध नंबर मिले। पड़ताल में पता चला कि संदिग्ध नंबर ड्राइवर की सौतेली बेटी व उसके पति के हैं। मंगलवार सुबह महिला और उसके पति को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों की निशानदेही पर हत्या के लिए इस्तेमाल की गई नायलॉन की रस्सी भी मिली है।

घर आकर किया था रेप का प्रयास

महिला के मुताबिक, 17 दिसंबर सौतेला पिता घर आया था। उस समय महिला का पति घर पर नहीं था। आरोपी ने बेटी को अकेले देख कर उसके साथ रेप करने का प्रयास किया था। महिला ने किसी तरह सौतेले पिता को रोका और फिर चाय में नशीली टैबलेट मिला कर दे दी। ड्राइवर के बेहोश होने के बाद नायलॉन की रस्सी से गला घोंट दिया। हत्या को अंजाम देने के कुछ देर बाद ही महिला का पति घर आ गया, जिसे महिला ने सारी बात बताई। घटना को छिपाने की नियत से दोनों ने ड्राइवर का शव आम्रपाली अस्पताल के पास फेंक दिया था।